नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्य सचिव के साथ मारपीट के मामले को लेकर दिल्ली की आम आदमी पार्टी और सीएम केजरीवाल बुरी तरह फंसते जा रहे हैं। दरअसल ताजा जानकारी के आधार पर पुलिस ने कहा है कि दिल्ली के सीएम आवास से मिले सीसीटीवी फुटेज के साथ छेड़छाड़ की गई है, जिसके बाद दिल्ली सरकार की मुसीबतों में इजाफा हो गया है। मुख्य सचिव के साथ मारपीट करने के मुख्य आरोपी देवली से विधायक प्रकाश जारवाल और ओखला से विधायक अमानतुल्ला खान की जमानत याचिका पर तीस हजारी सेशन कोर्ट में सुनवाई के दौरान दिल्ली के एडिशनल डीसीपी हरेंद्र सिंह ने कहा है कि सीएम आवास से जो उन्हें सीसीटीवी फुटेज मिली हैं उसके साथ छेड़छाड़ की गई थी इसलिए अब उसकी फॉरेंसिक जांच करवाई जाएगी।
डीसीपी सिंह ने कोर्ट में कहा कि मुख्य सचिव और आप विधायकों के बीच ये बैठक कैंप ऑफिस में नहीं बल्कि देर रात को सीएम आवास पर की गई और वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की टाइमिंग भी घटना के वक्त से अलग है। कोर्ट में मुख्य सचिव के वकील राजीव मोहन ने कहा कि अंशु प्रकाश ने एलजी अनिल बैजल और पुलिस कमिश्नर को कॉल किया था, जिसके बाद एफआईआर दर्ज कराई। इसको लेकर हरिंदर सिंह ने कोर्ट को बताया कि उनके पास साढ़े दस बजे पर शिकायत दर्ज कराई गई थी और उन्होंने तत्काल एसीपी और एसएचओ सिविल लाइन को मार्क किया था।
वहीं आप विधायक प्रकाश जारवाल और अमानतुल्ला खान की जमानत अर्जी का विरोध करते हुए सिंह ने कोर्ट को बताया कि ये विधायक इससे पहले एक सब इंस्पेक्टर को भी पीट चुके हैं और इन्होंने एक बार जेई के साथ भी हाथा-पाई की थी और अब राज्य के सबसे बड़े अधिकारी को पीट दिया। बता दें कि दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्हें सीएम केजरीवाल के आवास पर मीटिंग के लिए बुलाया गया था। इस दौरान आम आदमी पार्टी के विधायकों ने उन पर सरकारी विज्ञापन रिलीज करने का दबाव बनाया, लेकिन उनके इनकार करने पर उनके साथ बदसलूकी की गई।