भारत एक ऐसा देश है जहां हर तरह के लोग रहते हैं। फिर चाहे वह काले हो मोटे हो पतले हो या लंबे हो या फिर बौने हो। जिसके चलते उनकों अपने हिसाब से यातनाओं का भी सामना करना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है तेलंगाना से जहां एक 9 बौने लोगों का परिवार खुद को सामान्य लोगों में शामिल करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन आम लोग उनको उनके कद की वजह से काफी कुछ सुनाते हैं। हालांकि उनका कहना है कि उनको ये सब भगवान की ओर से मिला है जिसको वह दिल से स्वीकार करते हैं।
बता दें कि बौने परिवार के मुखिया राम राज चौहान का कहना है कि हमें हमारे कद की वजह से चिढ़ाया जाता है। लोग गंदी-गंदी गालियां देते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा हमें कोई कुछ भी कहे बौना कहे गाठा कहे, बस हमें गालियां न दें। ये चुभता है। उन्होंने अपने जीवन के बारे बाताते हुए कहा कि मुझे इस बात का दुख है कि मेरी पढ़ाई छूट गई। उन्होंने बताया कि जब में पढ़ने के लिए एक क्लास से दूसरी क्लास में जा रहा था तो बच्चों ने मुझे धक्का दे दिया। मुझे चोट लग गई। जिसकी वजह से मेरी पढ़ाई बीच में ही छूट गई।
आगे उन्होंने कहा कि मैं तो नहीं पढ़ा लेकिन मैं अपने बच्चों को पढ़ाना चाहता हूं। एक तो कद की वजह से उन्हें समाज की यातनाएं झेलनी पड़ती है। ऊपर से अब वह लॉकडाउन की वजह से रोजगार से भी हाथ धो बैठे हैं। परिवार की बेटी का कहना है कि कई जगह जॉब के लिए एप्लाई किया। लेकिन कद छोटा होने की वजह से कहीं कुछ हो नहीं पाया। अब ये परिवार सिर्फ सरकारी पेंशन पर ही निर्भर है।