लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अनलॉक शुरू होते ही धरना प्रदर्शन भी शुरू हो गए हैं। जहां एक तरफ कथित योग्य अभ्यर्थी आज SCERT कार्यालय पर 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में 22000 सीटें जुड़वाने को लेकर महाधरना दे रहे हैं। वहीं मंगलवार को 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षक घोटाले का आरोप लगाने वाले अभ्यर्थी राजधानी पहुंच कर विशाल धरना देने की बात कह रहे हैं।
क्या है आरक्षण घोटाला
दरअसल, ओबीसी और एससी वर्ग के अभ्यर्थियों का कहना है कि 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण का घोटाला हुआ है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने भी माना है कि 5844 सीटें जो ओबीसी और 80 वर्ग की थीं अनारक्षित वर्ग को दे दी गई हैं। भर्तियों का आरोप है कि इस भर्ती प्रक्रिया में 27 फीसदी व 21 फ़ीसदी आरक्षण नहीं दिया गया है।
मानसिक व आर्थिक तौर पर प्रताड़ित हैं अभ्यर्थी
आरक्षण एयरटेल का आरोप लगा रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि वह कई दिनों से मानसिक और आर्थिक तौर पर प्रताड़ित हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि वे कोरोना काल के पहले से अपनी मांगों को लेकर दर बदर भटक रहे हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। अभ्यर्थियों का कहना है कि या तो हमें हमारा हक दे दें या फिर इच्छा मृत्यु की मांग को पूरा कर दें।
55 अभ्यर्थियों ने पत्र लिखकर मांगी थी इच्छा मृत्यु
बता दें कि हाल ही में आरक्षण घोटाले की बात कह रहे अभ्यर्थियों में से 55 अभ्यर्थियों ने राज्यपाल और राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की थी। इन अभ्यर्थियों में 14 महिलाएं भी शामिल थीं।