जयपुर. लॉकडाउन फेज-2 के दूसरे दिन गुरुवार को राजस्थान में 25 नए पॉजिटिव केस सामने आए। इनमें टोंक में 11, जोधपुर में 10, झुंझुनू में दो, बीकानेर और अजमेर में एक-एक संक्रमित शामिल है। ये सभी पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने से बीमार हुए। इसके साथ राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा 1 हजार 101 पर पहुंच गया है। उधर, भरतपुर में सार्वजनिक जगह पर गुटखा थूकने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया।
बता दें कि कोरोना महामारी के बीच राज्य में इस तरह की कार्रवाई का पहला मामला सामने आया है। पुलिस ने बताया कि दोनों युवक लॉकडाउन होने के बावजूद बिना मास्क लगाए बेवजह सड़क पर घूम रहे थे। दोनों गुटखा खाए हुए थे और जगह-जगह थूक रहे थे। यह कार्रवाई राजस्थान महामारी रोग अधिनियम 1957 की धारा (2) के तहत की गई। इसके तहत छह महीने तक की सजा और जुर्माना या दोनों लगाया जा सकता है। राज्य सरकार ने कोरोना महामारी को देखते हुए इसे 10 अप्रैल को लागू कर दिया था।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को लॉकडाउन को लेकर बैठक की। इसमें 21 अप्रैल से राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों और औद्योगिक क्षेत्रों में औद्योगिक इकाइयों को शुरू करने के निर्देश दिए गए। इसके तहत, शहरी क्षेत्रों में ऐसे उद्योग जिनमें मजदूरों को ठहराने का इंतजाम है, उन्हें भी खोलने की अनुमति दी गई। हालांकि, मजदूरों को बाहर से लाने की इजाजत नहीं होगी।
बता दें कि बैठक में यह भी तय किया गया कि सभी सरकारी ऑफिस को चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जाएगा। यहां स्टाफ की ड्यूटी रोटेशन में लगाई जाएगी। इसे गहलोत सरकार का मॉडिफाइड लॉकडाउन कहा जा रहा है। जयपुर के एसएमएस के डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल के सभी डॉक्टर्स, रेजीडेंट और अन्य स्टाफ डरा हुआ है। डॉक्टर के संपर्क में आए उनके संपर्क में आए सभी स्टाफ ने खुद को क्वारैंटाइन कर लिया है।