अमेरिका। दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका पर हुए 9/11 हमले की आज 15वीं बरसी है। साल 2001 में अल कायदा के आतंकवादियों ने आज ही के दिन अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, पेंटागन और पेन्सिलवेनिया में एक साथ सबसे बड़े आतंकी हमले को अंजाम दिया था। साथ ही उन्होंने 4 पैसेंजर एयरक्राफ्ट हाईजैक किए थे, जिसमें तीन प्लेन पर सही निशाना लगा था। इस आतंकवादी हमले में 400 पुलिस अफसरों सहित 2983 लोगों की मौत हो गई थी। साथ ही अमेरिका को भारी आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ा था।
अमेरिका पर हुए इस हमले के पीछे अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन का हाथ था और जिसे सालों तक तलाश करने के बाद अमेरिका ने मई 2011 में पाकिस्तान के अबोटाबाद में मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना से अमेरिका सहित पूरी दुनिया को झकझोर देने के बाद अमेरिका ने अपनी सुरक्षा नीतियों में कड़े बदलाव किए और यहां आने वाले पर्यटकों पर कड़ी नजर रखी जाने लगी और कई देशों को दिए जाने वाले वीजा में भारी कटौती की गई जिससे कि इस तरह का कोई भी आतंकी हमला दोबारा उस पर न किया जा सके। अमेरिका पर हुए इस हमले का दर्द न केवल अमेरिका में रहने वालों लोगों की आंखों में दिखा बल्कि जिसने भी इस खतरनाक हमले की तस्वीरें देखी उसका दिल दहल गया।
जानिए आखिर क्या हुआ था 9/11 के दिन:-
11 सितम्बर 2001 को संयुक्त राज्य अमेरिका पर अल-कायदा द्वारा समन्वित आत्मघाती हमला किया गया था जिसे 19 आतंकवादियों ने मिलकर अंजाम दिया था। इन आतंकवादियों ने सबसे पहले 4 पैसेंजर एयरक्राफ्ट हाईजैक किए और जानबूझकर उनमें से दो विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, न्यूयॉर्क शहर के ट्विन टावर्स के साथ टकरा दिया, जिससे विमानों पर सवार सभी लोग तथा भवनों के अंदर काम करने वाले अन्य अनेक लोग भी मारे गए। प्लेन के टकराते ही कई मंजिलों की ऊंची खड़ी इमारत मिनटो में चकनाचूर हो गई। इसके बाद आतंकवादियों ने तीसरे विमान को बस वाशिंगटन डी.सी. के बाहर, आर्लिंगटन, वर्जीनिया में पेंटागन में टकरा दिया था जिसके इन विमानों में सवार यात्रियों समेत करीब 3000 लोगों की मौत हो गई थी।