दुनिया में कोरोना महामारी ने अपना कहर बरपा रखा है और इस कोरोना काल में मेरठ के मेडिकल कॉलेज सहित कई क्वॉरेंटाइन सेंटर की बदहाली की कई वीडियो वायरल हुई है जिनमें स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की पोल खोली गई है।
लेकिन इस बीच एक ऐसा वीडियो भी वायरल हुआ है जिसने फिर से स्वास्थ्य विभाग का सिर गर्व से ऊंचा और छाती को चौड़ा कर दिया है। क्योंकि यहां पर भर्ती सभी मरीज इस संकट के समय भी डांस कर रहे हैं।
यह नजारा मेरठ के हापुड़ रोड स्थित मुलायम सिंह मेडिकल कॉलेज का है। मरीजों की माने तो इस बीमारी से जीतने के लिए आत्मविश्वास होना जरूरी है।
जुनैद का कहना है कि यहां पर 2 वार्डों में महिला और पुरुष मरीजों को अलग अलग रखा गया है।
जहां पर साफ-सफाई से लेकर खाने-पीने और दवाइयों की अच्छी व्यवस्था की गई है जिसकी वजह से यहां भर्ती मरीज भी जल्दी जल्दी ठीक होकर जा रहे हैं।
जुनैद रजबन निवासी 85 साल की पॉजिटिव आई महिला बिल्किस बानो के संपर्क में आया था और अब कुछ दिन पहले बिल्किस भी इस लड़ाई से जंग जीतकर जा चुकी है।
जिसके बाद जुनैद सहित यहाँ भर्ती बाकी और मरीजों का विश्वास है कि वह भी कोरोना को मात देकर जल्द ही अपने घर अपने परिवार में पहुंच जाएंगे।
लॉकडाउन 3.0 के बाद लॉकडाउन 4.0 में देश कदम रख चुका है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लॉक डाउन के इस चौथे पड़ाव में कुछ चीजों को गति दी है तो कुछ चीजों पर बंदिशें भी लगी है।
अगर मेरठ की बात की जाए तो मेरठ में लोग डाउन 3.0 के इस समय काल में जहां सब चीजों को लॉक किया गया था तो वही कोरोना की गति बढ़ती जा रही थी और इस लोक डाउन 3.0 के 14 दिन के समय में मेरठ में 141 कोरोना संक्रमित मरीज़ मिले हैं जबकि जबकि 12 लोगों की मौत भी केवल लोग डाउन 3.0 के इन 14 दिनों में हुई है।
इतना ही नही इस दौरान मेरठ के मेडिकल कॉलेज से लेकर तमाम क्वॉरेंटाइन सेंटर की बदहाली की तमाम वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं जिसके बाद मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य आरसी गुप्ता को इसकी कीमत चुकानी पड़ी।
क्योंकि शासन ने उनको हटाकर उनके पद पर एस के गर्ग को कार्यवाहक प्राचार्य का कार्यभार सौंपा है।