नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव की तैयारियों में सभी राजनीतिक पार्टियां जुट गए हैं। सभी अपने अपने हिसाब से सियासी दावपेच लगाने शुरु कर दिये हैं. बिहार की राजनीति में सियासी गहमागहमी तेज है। महागठबंधन उत्साह में है और केंद्र की मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के दावे कर रहा है।
मुलाकात में सीटों के बंटवारे पर बात हो सकती है
इन सब के बीच रांची का रिम्स पूरी रणनीति का केंद्र और लालू रणनीतिकार बन गए है। महागठबंधन में सीटों के बंटवारे से पहले आज लालू के छोटे बेटे और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा लालू यादव से मिलने पहुंचे। महागठबंधन का कुनबा बढ़ने के बाद कुछ सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ है। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात में सीटों के बंटवारे पर बात हो सकती है।
शनिवार है लालू से मुलाकात का दिन
जेल के नियमों के मुताबिक शनिवार लालू यादव से मुलाकात का दिन होता है। पिछले शनिवार को पटना साहिब से भाजपा के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय और झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन ने मुलाकात की थी। लोकतांत्रिक जनता दल के संरक्षक शरद यादव भी लालू से मिलने रांची जाने वाले थे, लेकिन किसी वजह से अबतक नहीं पहुंच पाए हैं। इधर खुद को सन ऑफ मल्लाह कहने वाले और महागठबंधन में नई एंट्री लेने वाले मुकेश सहनी भी रांची पहुंचे हुए हैं।