नई दिल्ली: 2019 के लोकसभा चुनाव बस कुछ ही महीनें दूर है। और ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां अपने सियासी जुगाड़ में लगे हुए हैं। साथ ही पूरे देश में चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज है और आजकल बिहार इसका केंद्र बना हुआ है।
कुशवाहा एनडीए का साथ छोडकर महागठबंधन में शामिल
चाहे वह एनडीए में हो रही भागदौड या फिर सीटों के बंटवारें को लेकर बातचीत। वहीं हाल ही उपेंद्र कुशवाहा एनडीए का साथ छोडकर महागठबंधन में शामिल हो गए हैं। रालोसपा के आने से अपना कुनबा बढ़ने के बाद महागठबंधन का उत्साह बढ़ गया है। खबरों की मानें तो लालू भलें ही बीमार हैं मगर उन्हें इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी है। साथ ही वह रिम्स से ही महागठबंधन में अपनी पार्टी की भूमिका तय कर रहे हैं।
रिम्स बना लालू का वॉर रूम
आपको बता दें कि लालू यादव से हर शनिवार को तीन लोगों को मिलने की इजाजत है। आज इसी कड़ी में उनसे पटना साहिब से भाजपा के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय और झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन ने मुलाकात की। और उनकी तबियत का हालचाल पूछा।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अपने बीमार चल रहे पिता लालू प्रसाद से मिलने रांची पहुंचे
वहीं इससे पहले वाले शनिवार यानि 19 दिसंबर को लालू यादव से उनके बेटे तेजप्रताप ने रांची जाकर उनसे मुलाकात की थी। लालू ने उन्हें पार्टी को आगे ले जाने का मंत्र दिया था। जानकारी के मुताबिक लालू और तेजप्रताप के बीच शादी को लेकर भी बातचीत हुई है।
दो दिन पहले हुई थी महागठबंधन की बैठक
20 दिसंबर को कांग्रेस के दिल्ली स्थित मुख्यालय पर बिहार में महागठबंधन के नेताओं की बैठक हुई थी। इसमें बिहार कांग्रेस के नेताओं के अलावा, जीतनराम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और राजद की तरफ से इसमें बिहार में नेता प्रतिपक्ष और लालू के छोटे बेटे तेजस्वी ने भाग लिया था। भाजपा को हारने के लिए कांग्रेस राज्यवार गठबंधन के फॉर्मूले पर काम कर रही है। बिहार को लेकर कांग्रेस आश्वस्त है यही कारण है कि इसकी शुरुआत बिहार से हो रही है।