नई दिल्ली। यूपी में योगी राज में दलित उत्पीडन से आहत परिवारों ने अब धर्म परिवर्तन की राह चुनी है। मामला मुरादाबाद का है। जहां पर बड़े पैमाने पर दलित हिन्दुओं ने देवी देवताओं की प्रतिमाओं का विसर्जन रामगंगा में हर दूसरा धर्म अपनाने की बात कही है। धर्म परिवर्तन के ऐलान के बाद पुलिस महकमें और एलआईयू में हड़कंप मच गया है। मुरादाबाद के साथ सहारनपुर और संभल से भी इसी तरह की खबरें आ रही है।
भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के राष्ट्रीय मुख्य संचालक लल्ला बाबू द्रविड़ के नेतृत्व में करीब 50 परिवारों के लोग जिगर कॉलोनी के पास रामगंगा नदी पहुंचे । जहां उन्होंने देवी देवताओं की प्रतिमाएं विसर्जित कर दी। लल्ला बाबू द्रविड़ की माने तो प्रदेश में जब से योगी सरकार का राज आया है तब से दलितों का लगातार शोषण किया जा रहा है जिससे आहत होकर दलित समाज को ये कदम उठाना पड़ा है।
लल्ला बाबू द्रविड़ का कहना है कि मुरादाबाद आरटीओ दफ्तर पर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दलितों पर गोली चलाई। लेकिन पुलिस आज तक कुछ नहीं कर पाई अगर प्रदेश सरकार ने जल्द ही इस मामले में कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की और बीजेपी विधायकों मंत्रियों की हनक में दलितों का शोषण बंद ना हुआ तो हम सब मुस्लिम धर्म स्वीकार कर लेंगे।