मथुरा। धर्मनगरी मथुरा में पतित पावनी यमुना नदी में प्रदूषण को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खासे गंभीर हैं। उन्होंने कान्हा की नगरी के लोगों से वादा किया कि 2022 तक यमुना अपने पुराने रूप में लौट आएंगी।
वृंदावन के गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज की अगुआई में ब्रज के संतों, धर्माचार्य एवं भगवताचार्यो ने यमुना के शुद्धिकरण पर मंथन किया। संतों ने आश्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी चिंता से अवगत कराया। स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा ब्रज के लोग बरसों से यमुना को शुद्ध करने की मांग कर रहे हैं। नदी में अभी भी तमाम गंदे नाले गिर रहे हैं। जिससे इसका पानी प्रदूषित हो रहा है।
संतों ने मुख्यमंत्री को बताया कि यमुना शुद्धिकरण को लेकर लंबे समय से आंदोलन भी चल रहा है। यमुना नदी मथुरा और वृंदावन के लोगों के लिए वंदनीय और पूजनीय है। इस नदी के पानी को स्वच्छ करने के लिए जल्द कड़े कदम उठाए जाएं।
स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने बताया के मुख्यमंत्री यमुना के प्रदूषण को लेकर पूरी तरह जागरूक हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि नदी 2022 तक अपने पुराने स्वरूप में लौट आई है। संतों और ब्रज के बाशिंदों ने मुख्यमंत्री की इस पहल का स्वागत किया है।
योगी बोले, वैश्विक मंच पर पुर्नस्थापित करेंगे ब्रज को
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धर्मनगरी में ब्रज क्षेत्र को वैश्विक मंच पर पुर्नस्थापित करने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा कि संतों की भावना के अनुरूप देश का विकास करना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संकल्पना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सबका साथ सबका विकास के नारे पर काम कर रही है। विकास योजनाओं को बिना भेदभाव के लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। हर जरूरतमंद तक मदद पहुंचे सरकार का यही प्रयास है। मुख्यमंत्री ने पर्यटक सुविधा केन्द्र में साधु-संतों को भोजन भी कराया।