भीवानी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ प्रदर्शन के डर ने प्रशासन को इस कदर सताया कि उसने कार्यक्रम में आई महिलाओं की चुनरी उतरवा ली। यही नहीं, महिलाओं को चुन्नी उतारने या बदलने की शर्त पर एंट्री दी गई। इस शर्मनाक वाकये के कारण महिलाओं को असहज स्थिति से तो गुजरना पड़ा ही, बल्कि कई महिलाएं वापस लौट गई।
बता दें कि यह मामला बीते शनिवार को भिवानी में हुए हरियाणा स्वर्ण जयंती समारोह का है। जानकारी के मुताबिक पंचायती राज मंत्री ओपी धनकड़ ने हरियाणा की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को समारोह में आमंत्रित किया था। जिसके तहत भीम स्टेडियम में बड़ी संख्या में महिला स्वयं सहायता सदस्य पहुंची थीं। इनमें से कुछ महिलाओं ने काले कपड़े पहने थे, उन्हें पंडाल में घुसने ही नहीं दिया गया। ऐसे में कई महिलाएं कार्यक्रम में हिस्सा लिए बिना ही लौट गईं। कार्यक्रम के बाद कई महिलाओं की वह चुन्नी भी गायब हो गई, जिसे पुलिस ने उतरवाया था। ऐसे में उन्हें बिना चुन्नी के ही घर लौटना पड़ा।
वहीं महिलाओं के साथ हुए इस शर्मनाक वाकये पर विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय चौटाला ने कहा कि यह महिलाओं का अपमान है। सीएम खट्टर को इस वाकये पर जवाब देना होगा। सीएम को शायद यह अहसास नहीं कि महिलाओं का सम्मान कैसे होता है। चुनरी व दुपट्टा महिलाओं की इज्जत होती है। इसे उतारकर महिलाओं की इज्जत से खिलवाड़ किया गया है। चौटाला ने चेतावनी देते हुए आगे कहा कि इस मामले को लेकर विधानसभा में सीएम से जवाब मांगेंगे। हरियाणा में कोई भी ऐसा वर्ग नहीं छोड़ा जिसे मुख्यमंत्री द्वारा अपमानित नहीं किया गया हो। ऐसे लोगों को सत्ता से बाहर होने में ज्यादा वक्त नहीं लगता।