बिहार। इन दिनों देश के ज्यादातर हिस्सों में बाढ़ का कहर देखा जा रहा है। बाढ़ के कारण लोगों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। बाढ़ की मार से बिहार भी अछूता नहीं रहा है। बिहार में लोगों को खाने पीने के भी लाले पड़े हुए हैं। आलम तो यह है कि अब बाढ़ के कारण लोगों को कई तरह की बिमारियां भी हो रही है। ऐसे में सीएम नीतीश कुमार ने इसे काफी दुखद बताया है। जेडीयू अधिवेशन में बोलते हुए उन्होंने कहा है कि बाढ़ की स्थिति काफी गंभीर है और अलग अलग वर्षों में कई सारी बाढ़ को देखा है और पीड़ितों को राज्य की तरफ से हर संभव मदद दी गई है।
उन्होंने कहा है कि इस बार बाढ़ काफी खतरनाक है। उन्होंने कहा है कि अररिया और किशनगंज जैसे कई जिलों में इसका खासा असर देखने को मिला है। उन्होंने बताया है कि 17 जिले बाढ़ के कारण काफी प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा है कि इस चुनौती का मुकाबला करने के लिए हमले केंद्र सरकार से मदद मांगी है और हमने सेना की आवश्यकता की बात केंद्र से कही है। सीएम ने कहा है कि बाढ़ पीड़ितों में बचाव कार्य किया जा रहा है। उन्होंने पीएम मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि केंद्र सरकार ने हमारी काफी मदद की है।
उन्होंने कहा है कि बाढ़ का इस बार दृश्य काफी नया किस्म का दृश्य है। उन्होंने कहा है कि बाढ़ का इतना तेज और इतना ज्यादा बहाव का अंदाजा भी नहीं लगाया गया था। उन्होंने कहा है कि बगैर एरियल सर्वे के बाढ़ के कारण मची तबाही का नहीं आंका जा सकता है। उन्होंने कहा है कि बाढ़ से बचने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि इस बार बाढ़ के कारण जो नुकसान हुआ है वह अप्रत्याशी और अभूतपूर्व, इतना तेज जल का प्रवाह अभी तक नहीं हुआ है।