नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर समेत भारत की अलग अलग जगहों पर भूकंप के झटकें महसूस किए गए हैं। आप में से कई लोग ये सोचते होंगे कि भूकंप क्यो आता है। आज हम आपको यहीं बताने वाले है कि भूकंप क्यो आता है। भूकंप की तीव्रता मापने के लिए रिक्टर स्केल का पैमाने का इस्तेमाल किया जाता है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। भूकंप की तरंगों को रिक्टर स्केल 1 से 9 तक के आधार पर मापता है। रिक्टर स्केल पैमाने को सन 1935 में कैलिफॉर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाजी में कार्यरत वैज्ञानिक चार्ल्स रिक्टर ने बेनो गुटेनबर्ग के सहयोग से खोजा था।
भूकंप आने का कारण
भूकंप धरती की प्लेटों के आपस में टकराने की वजह से आता है। पूरी धरती 12 टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है। ये प्लेटें इसी लावे पर तैर रही हैं और इनके टकराने से ऊर्जा निकलती है जिसे भूकंप कहते हैं।
ये प्लेंटे बेहद धीरे-धीरे घूमती रहती हैं। इस प्रकार ये हर साल 4-5 मिमी अपने स्थान से खिसक जाती हैं। कोई प्लेट दूसरी प्लेट के निकट जाती है तो कोई दूर हो जाती है। ऐसे में कभी-कभी ये टकरा भी जाती हैं जिसकी वजह से भूकंप आता है।