अफगानिस्तान पर इस वक्त तालिबान का काब्जा है। हाल ही में अफगानिस्तान में तालिबान में अपनी सरकार का गठन किया है। जिसमें मुल्ला अब्दुल ग़नी बरादर को उप – प्रधानमंत्री बनाया गया था। लेकिन सोमवार को दोहा में तालिबान के राजनीतिक दफ्तर के प्रवक्ता ने मुल्ला बरादर के गायब होने को लेकर एक व्हाट्सऐप ऑडियो जारी किया है।
बता दें कि ऑडियो में मुल्ला गनी बरादर ने कहा कि काफी दिनों ने सोशल मीडिया पर एक खबर काफी वायरल हो रही है कि मैं गायब हो गया हूं। लेकिन ऐसा नहीं है मैं कुछ दिन के लिए सफर पर गया था। मैम और मेरे साथी बिल्कुल ठीक है ‘अलहम्दुलिल्लाह’ मीडिया अक्सर हमारे खिलाफ ऐसे झीठ बोलती है। इससे पहले भी मुल्ला गनी ने एक पत्र जारी किया था। इस पत्र को बरादर ने प्रवक्ता मूसा कलीम की ओर से जारी किया था।
जिसमें लिखा था कि जैसे कि सोशल मीडिया पर मेरे मरने की खबरे फैलाई जा रही है। कि अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति भवन में तालिबान के दो गिरोहों के बीच गोलीबारी हुई और उसमें बरादर को गोली लगी और वो हर गए। ये सब झूठ है मैं बिल्कुल ठीक हूं। इस खबर ने उस वक्त तूल पकड़ा जब राष्ट्रपति भवन से जारी हुए वीडियो में कतर के विदेश मंत्री से मुलाकात में मुल्ला गनी बरादर नजर नहीं आए। जबकि अब ये बात सामने आई है कि बरादर जख्मी नहीं बल्कि नाराज है।
वहीं तालिबान का कहना हैकि मुल्ला बरादर गायब नहीं हुए हैं वह कंधार में है। जहां वह तालिबान के नेता मुल्ला हेब्तुल्लाह अख़ुंदज़ादा से मुलाकात करने पहुंचे हैं। लेकिन दोहा के सूत्रों के मुताबिक कहा गया कि मुल्ला अब्दुल ग़नी बरादर और हक़्क़ानी नेटवर्क के एक मंत्री ख़लील उर रहमान के बीच बहस हुई थी और उसी बहस में दोनों के बीच हातापाई भी हो गई थी जिसके बाद मुल्ला बरादर नाराज होकर कंधार चले गए।