नई दिल्ली। रियो ओलम्पिक के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सद्भावना दूत तथा महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने बुधवार को कहा कि भारतीय होने के नाते हमें रियो में प्रतिस्पर्धा कर रहे अपने खिलाड़ियों की मेहनत और लगन का सम्मान करना चाहिए। यहां एक कार्यक्रम के दौरान सचिन ने कहा, “मैं अभी एक दिन पहले रियो से लौटा हूं। मैंने खिलाड़ियों के साथ समय बिताया है। मैंने उनके मुकाबले देखे और उनकी हौसलाअफजाई की। मैं मानता हूं कि भारतीय खिलाड़ियों का वक्त अच्छा नहीं चल रहा है लेकिन यह हमेशा नहीं रहेगा।”
सचिन ने कहा, “एक खिलाड़ी होने के नाते वह अच्छी तरह जानते हैं कि ओलम्पिक में हिस्सा लेने के लिए किस स्तर की मेहनत और लगन की जरूरत पड़ती है और इसीलिए वह खिलाड़ियों के सम्मान तथा समर्थन में हमेशा खड़े रहेंगे।”
सचिन का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब रियो में पदक के लिए संघर्ष कर रहे भारतीय खिलाड़ियों को लेकर कुछ अपमानजनक और विवादस्पद बयान दिए गए हैं। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले दिग्गज बल्लेबाज सचिन ने कहा, “मैं हमेशा इन खिलाड़ियों के समर्थन में खड़ा रहूंगा। मैं जानता हूं कि इस स्तर तक पहुंचने के लिए खिलाड़ी कई साल मेहनत करते हैं। जो हो रहा है वह उनके लिहाज से भी अच्छा नहीं है और ऐसे में उन्हें हमारे समर्थन की जरूरत है। मुझे उम्मीद है कि अगर हमारा समर्थन जारी रहा, तो वे निश्चित तौर पर बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।”
सचिन के अलावा सलमान खान, अभिनव बिंद्रा और ए.आर. रहमान को भी भारतीय प्रतिनिधमंडल का सद्भावना दूत बनाया गया है। बिंद्रा ने इस वर्ष रियो ओलम्पिक में निशानेबाजी स्पर्धा में हिस्सा लिया। हालांकि, वह पदक जीत पाने में असफल रहे। बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान और लोकप्रिय संगीतकार-गायक रहमान अभी रियो ओलम्पिक नहीं गए हैं, जबकि सचिन दौरे से वापस आ चुके हैं। उल्लेखनीय है कि लेखिका शोभा डे ने भारतीय ओलम्पिक एथलीटों पर टिप्पणी की थी, जिसकी सोशल मीडिया पर काफी आलोचना की जा रही है।