नई दिल्ली। किसान आंदोलन टूटते टुटते एक बार फिर नए सिरे से शुरु होता दिख रहा है। एक तरफ जहां राकेश टिकैत के समर्थन में कई विपक्षीय नेता उतर आएं हैं वही यूपी के अलग अलग इलाकों से किसान गाजिपुर बाॅर्डर की तरफ कूच कर रहे है। दूसरी तरफ राकेश टिकैत को परेशान देख उनके गांव गाले पानी और मठ्ठा लेकर गाजिपुर बाॅर्डर पहुंचे हैं। इसी के साथ राकेश टिकैत के भाई नरेश टिकैत की अगुवाई में मुजफ्फरनगर में महापंचायत बुलाई गई है। भारतीय किसान युनियन द्वारा बुलाई गई किसानों की महापंचात शुरु हो गई है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है। इसी बीच एक बार फिर स्थानीय लोग सिंघु बाॅर्ड खाली कराने के लिए पहुंच गए। इस बीच प्रदर्शनकारियों और आम जनता के बीच पथराव हो गया। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है बताया जा रहा कि भीड़ ने प्रदर्शनकारियों पर स्थान खाली कराने के लिए हमला कर दिया।
सिंघु बॉर्डर पर हुआ पथराव-
दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को किसान प्रदर्शनकारियों और स्थानीय प्रदर्शनकारियों के बीच बवाल हुआ. दोनों गुटों के बीच पत्थरबाजी हुई और एक दूसरे पर हमला किया गया.
दोनों गुटों में जारी संघर्ष और पत्थरबाजी के दौरान पुलिस ने भी लाठीचार्ज किया और प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की. हालांकि, इस बवाल के बीच कई कई लोगों और पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है. इसी बवाल के बीच SHO अलीपुर पर एक प्रदर्शनकारी ने तलवार से हमला किया. पुलिस ने हमला करने वाले व्यक्ति को हिरासत में ले लिया है
सिंघु बॉर्डर पर भी गरमाया माहौल-
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के श्रवण सिंह पंढेर की ओर से शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की हई। पंढेर ने कहा कि पुलिस के एक्शन के बावजूद हमारा आंदोलन जारी रहेगा। गाजीपुर में हजारों की संख्या में किसान जुटे हैं, सिंघु बॉर्डर पर भी किसान एकजुट हैं।
श्रवण सिंह पंढेर ने कहा कि मोदी सरकार मौलिक अधिकारों पर ढाका मार रही है, दिल्ली जल बोर्ड जो पानी का टैंक पहुंचा रहा था, उन्हें नहीं आने दिया जा रहा है। हम मर जाएंगे, लेकिन आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे। सिंघु बॉर्डर के पास फोन सर्विस भी बंद हो गई है और किसी भी सर्विस प्रोवाइडर का नेटवर्क नहीं आ रहा है।