लखनऊ: योगी आदित्यनाथ सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत 26 जून को मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री द्वारा ही लाभार्थियों को टूलकिट वितरित की गई। भारतखबर.कॉम लगातार इन लाभार्थियों के सफरनामे से अपने पाठकों को रूबरू करा रहा है। इन्हीं लाभार्थियों में से एक हैं लखनऊ स्थित चौक निवासी कविता साहू।
कविता जो पेशे से एक दर्जी हैं, उन्हें भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा ‘उम्मीदों भरी किट’ प्रदान की गई है। कविता का कहना है कि इस किट से उन्हें गरिमामयी आजीविका कमाने का अवसर प्राप्त हुआ है। आगे क्या कुछ उन्होंने कहा, पढ़िए भारतखबर.कॉम के इस विशेष अंक में…
कविता के कंधों पर है परिवार की जिम्मेदारी
भारतखबर से विशेष बातचीत में कविता ने बताया कि पिताजी के गुजरने के बाद परिवार की जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई। उन्होंने बताया कि पिछले दस सालों से वे इस पेशे से जुड़ीं हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरे पास खुद के उपकरणों की कमी थी, बावजूद इसके मैं अपने काम को लेकर सजग थी, मैं चीज़ों को अरेंज कर काम को निष्ठापूर्वक करती थी। इसके साथ-साथ NGOs के माध्यम से मुझे काम भी मिलता रहा और मैं दूसरों को सिखाने का भी काम करती हूं।’
शहरी आजीविका केंद्र से मिली योजना की जानकारी
कविता ने बताया कि विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना की जानकारी उन्हें चौक स्थित शहरी आजीविका केंद्र से मिली थी। साथ ही उन्हें साथियों एवं जानने वालों से भी इस योजना के बारे में पता चला। इसके बाद उन्होंने इसका फॉर्म भरा और उन्हें छह दिवसीय ट्रेनिंग करने का अवसर प्राप्त हुआ। इस ट्रेनिंग सेशन में कविता ने पेशे से जुड़े नए पहलुओं को समझा और नए ट्रेंड्स के बारे में भी जाना। कविता ने बताया, ‘ट्रेनिंग के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिलीं। किस तरह से व्यवसास को आगे ले जाना है, कमाई के अवसरों को कैसे तलाशना है, ये सब इन छह दिनों में अच्छे से सिखाया गया।’
आगे बढ़ना और नए ट्रेंड को फॉलो करना सीखा
भारतखबर से बातचीत में कविता ने बताया कि, ट्रेनिंग के दौरान नए ट्रेंड पर काम करना सिखाया गया है। उन्होंने बताया, ‘मेरे साथ लगभग 150 अन्य लोगों ने इस ट्रेनिंग सेशन में प्रतिभाग किया था। इस दौरान अपने काम को किस तरह से निखारना है, किस तरह से मार्केट में अपने प्रोडक्ट को अलग दिखाना है, कैसे आज के फैशन से जुड़ना है, ये सब सिखाया गया।’
आजीविका के लिए बेहतरीन टूलकिट
26 जून को मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान की गई टूलकिट को कविता उम्मीदों की टूलकिट कह रही हैं। उन्होंने कहा है कि इस किट के माध्यम से गरिमामयी आजीविका कमाने का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया, ‘इस टूलकिट में सिलाई मशीन, मशीनों के टूल्स, कपड़ा कटिंग के लिए कैंची आदि जैसे उपकरण हैं। इस टूलकिट के माध्यम से मेरे रोज़गार को एक नई गति प्राप्त होगी। इस किट के माध्यम से मेरे साथ जुड़े लोगों को मैं और अच्छे ढंग से प्रशिक्षण दे पाउंगी।’
आजीविका आसान करने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद
लखनऊ निवासी कविता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों को सराहा है और उन्होंने कहा कि वो पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने निचले स्तर के कारीगरों को प्रोत्साहित करके उनकी आजीविका को आसान बनाने के लिए काम किया है। उन्होंने कहा, ‘लघु उद्योग से ही व्यवसाय की शुरुआत होती है और उसके बाद आप अपने आप को स्थपित कर अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाते हैं।’
मुख्यमंत्री के साथ तस्वीर में आना मेरे लिए अकल्पनीय: कविता
कविता कहती हैं कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान की गई टूलकिट के उपरांत उनके साथ तस्वीर खिचवाना मेरे लिए अकल्पनीय सौभाग्य है। उन्होंने कहा, ‘ये मेरे लिए गौरवमयी सौभाग्य है, मैं उनका आभार प्रकट करती हूं, पहली बार किसी सरकार ने निचले स्तर के कारीगरों को एक प्लेटफार्म दिया है, गरिमामयी आजीविका कमाने का अवसर दिया है, इसके लिए योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार का धन्यवाद।’