लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कोविड-19 के संबंध में गठित समितियों के अध्यक्षों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को कोरोना के नए वैरिएंट के प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए।
वैरिएंट पहले की अपेक्षा अधिक खतरनाक
मुख्यमंत्री योगी ने बैठक में कहा कि, देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ‘डेल्टा+’ के मरीज पाए जा रहे हैं। इसको देखते हुए प्रदेश में विशेष सतर्कता बरतनी होगी। विशेषज्ञों के अनुसार इस बार का वैरिएंट पहले की अपेक्षा अधिक खतरनाक है।
बच्चों के लिए खतरनाक ‘डेल्टा+’ वैरिएंट
सीएम योगी ने कहा कि, राज्य स्तरीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ परामर्श समिति ने नए वैरिएंट से बचाव के लिए विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट के अनुसार यह वैरिएंट बच्चों पर अधिक दुष्प्रभाव डालने वाला हो सकता है। विशेषज्ञों के परामर्श के अनुरूप बिना देर किए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि, लोगों को सही जानकारी प्राप्त हो, इसके लिए राज्य स्तरीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ परामर्श समिति के सदस्यों व अन्य वरिष्ठ चिकित्सकों के माध्यम से जन जागरूकता के प्रयास किए जाएं। ‘डेल्टा+’ वैरिएंट की गहन पड़ताल के लिए अधिक से अधिक सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए।
सैंपल लेकर सिक्वेंसिंग कराने के निर्देश
सूबे के मुखिया ने निर्देश देते हुए कहा कि रेलवे, बस, वायु मार्ग से प्रदेश में आ रहे लोगों के सैंपल लेकर सिक्वेंसिंग कराई जाए। जिलों से भी सैंपल लिए जाएं। रिजल्ट के अनुसार ‘डेल्टा+’ प्रभावी क्षेत्रों की मैपिंग कराई जाए। इससे बचाव के प्रयासों में सुविधा होगी। प्रदेश में जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा के लिए KGMU और BHU में आवश्यक व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई जाएं।