नई दिल्ली। गुजरात की गद्दी को संभालने के लिए अब कयासों का दौर खत्म हो गया है। अब तक गुजरात भाजपा के अध्यक्ष रहे विजय रूपानी वहां अगले मुख्यमंत्री होंगे। वहीं मुख्यमंत्रियों की रेस में शुमार नितिन पटेल को भी भाजपा ने निराश नहीं किया है। बतौर उप-मुख्यमंत्री पर रूपानी का साथ देंगे।
यह फैसला यहां राज्य पार्टी की बैठक के दौरान लिया गया, जिसकी अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने की। नितिन पटेल स्वास्थ्य मंत्री व राज्य सरकार के प्रवक्ता हैं। इससे पहले नितिन पटेल को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाए जाने की अटकलें जोरों पर थीं।
साफ-सुथरी छवि वाले विजय रूपानी गुजरात के एक छोटे से संबंध रखते हैं। उन्होंने ने बीए एलएलबी की पढ़ाई की है। विजय रूपानी ने एक छात्र नेता के रूप में अपने करियर की शुरूआत की थी। रूपानी 1971 में जनसंघ में शामिल हुए थे। रूपानी राजकोट से विधायक हैं और इससे पहले भाजपा महासचिव और राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। युवाओं में भी विजय काफी लोकप्रिय हैं। केशुभाई पटेल के जमाने में पार्टी ने उन्हें मेनिफेस्टो कमेटी का अध्यक्ष बनाया था। विजय रूपानी सौराष्ट्र रीजन से आते हैं, जहां जैन बनिया समुदाय काफी बड़ी संख्या में है।
दरअसल, विजय रुपानी के लिए कहा जाता है कि संगठन में उनकी अच्छी पकड़ है और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के भी करीबी बताए जाते हैं। भाजपा की अंदरूनी उठापठक हाईकमान के पास जा रही थी। यही वजह थी कि संगठन को मजबूत बनाने के लिये रुपानी को अध्यक्ष बनाया गया था।
बता दें कि आनंदीबेन पटेल ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि मैंने पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को पहले ही बताया था कि मुझे इस पद से मुक्त कर दिया जाए आज मैं अपने फेसबुक पर लिखे पत्र के माध्यम से एक बार फिर उनसे कहना चाहुंगी की मुझे इस पद से मुक्त किया जाए।