गांधीनगर। देश में आए दिन किसी न किसी न चींज के नाम बदलने की प्रक्रिया चल रही है। सरकार द्वारा मौका देखते ही जगहों, स्थानों और इसके साथ ही रेलवे स्टेशन तक के नाम बदल दिए गए है। इसी बीच अब गुजरात से ऐसी ही एक खबर आ रही है, जहां गुजरात सरकार की तरफ से ड्रैगन फ्रूट का नाम बदलने की प्रक्रिया चल रही है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ड्रैगन फ्रूट का नाम बदलकर कमलम रखने का फैसला किया है। इस दौरान रूपानी ने कहा कि ड्रैगन फ्रूट का बाहरी आकार कमल जैसा होता है, इसलिए इसका नाम बदलकर ‘कमलम’ रखा जाएगा। संस्कृत में ‘कमलम’ का अर्थ कमल होता है।
हाल के वर्षों में तेजी से लोकप्रिय हुआ ड्रैगन फ्रूट-
बता दें कि शहरों के नाम बदलने की प्रक्रिया तब प्रचलन में आई जब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया और मुगलसराय जक्शन को दीनदयान उपाध्याय में बदल दिया। इसी बीच आज गुजरात के मुख्यमंत्री ने ड्रैगन फ्रूट का नाम बदलकर ‘कमलम’ रखने का फैसला किया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री रूपाणी ने कहा कि चीन के साथ जुड़े ड्रैगन फ्रूट का नाम हमने बदल दिया है। हाल के वर्षों में यह फल तेजी से लोकप्रिय हुआ है। इस फल में भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट्स, विटामिन्स, प्रोटीन, कैलशियम आदि पाया जाता है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री बागवानी विकास मिशन के शुरुआत के मौके पर रूपाणी ने कहा कि ड्रैगन फ्रूट के पेटेंट को ‘कमलम’ नाम के लिए आवेदन दिया है।
कमलम शब्द से किसी को भी चिंतित नहीं होना चाहिए- रूपाणी
इसके साथ ही ड्रैगन फ्रूट के नाम बदले जाने को लेकर रूपाणी ने कहा कि ‘कमलम’ शब्द से किसी को भी चिंतित नहीं होना चाहिए। बता दें बीजेपी का चुनाव चिह्न कमल है और गुजरात में बीजेपी कार्यालय का नाम श्री कमलम है। लाल और गुलाबी रंग का यह फल सेहत के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। यह फल खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है। ज्यादातर गर्मियों में इस फल का सेवन किया जाता है। वहीं पिछले कुछ वर्षों से गुजरात के कच्छ और नवसारी इलाके के आसपास किसान इस फल की खेती बड़ी मात्रा में कर रहे हैं।