देश के उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए वोटिंग जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस उपराष्ट्रपति चुनाव में वोट डाला दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले वोट डाला है।
मतदान शाम पांच बजे तक चलेगा, जिसके बाद मतगणना होगी। बता दें कि आज वोटों की गिनती के बाद 11 अगस्त को नए उपराष्ट्रपति शपथ लेंगे क्योंकि वैंकेया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है।
विपक्ष की तरफ से मार्गरेट अल्वा मैदान में हैं
उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में एनडीए के प्रत्याशी और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल 71 वर्षीय जगदीप धनखड़ का मुकाबला विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार 80 वर्षीय मार्गरेट अल्वा से है।
आंकड़ों में जगदीप धनखड़ बहुत आगे हैं
अगर बात आंकड़ों की करें तो सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पास लोकसभा में पूर्ण बहुमत और राज्यसभा में 91 सदस्य हैं। जिसको देखते हुए धनखड़ इस पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। धनखड़ के मौजूदा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू की जगह लेने की संभावना अधिक है।
780 सांसद वोट डालने के लिए पात्र
उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद वोटिंग कर सकते हैं इसमें मनोनीत सदस्य भी शामिल हैं। संसद के दोनों सदनों में कुल 788 सांसद हो सकते हैं, जिनमें से उच्च सदन की आठ सीट फिलहाल खाली हैं। ऐसे में उपराष्ट्रपति चुनाव में 780 सांसद वोट डालने के लिए पात्र हैं।
कौन डाल सकता है वोट?
राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति अहम संवैधानिक पद हैं।
दोनों पदों का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से करती है। यानी चुनाव जनता की बजाय उनके द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधि करते हैं।
उपराष्ट्रपति चुनाव में सिर्फ सांसद ही वोट डाल सकते हैं. वहीं राष्ट्रपति के चुनाव में राज्यों के विधानमंडलों के सदस्यों को भी मतदान का अधिकार होता है।
उपराष्ट्रपति के चुनाव में राज्यसभा और लोकसभा के मनोनीत सदस्य भी वोट डाल सकते हैं। जबकि राष्ट्रपति चुनाव में किसी भी सदन के मनोनीत सदस्य को वोट नहीं डाल सकते।