उत्तर प्रदेश की आबादी 22 करोड़ से ज्यादा है। यहां सबसे ज्यादा विधानसभा और लोकसभा की सीट हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं प्रदेश की सबसे बड़े सूबे में 40 फीसदी से ज्यादा विधायक और सांसदों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं?
396 विधायकों में से 140 पर आपराधिक मामले
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में अब कुछ ही महीनों में चुनाव होने जा रहे हैं। जिसको लेकर तमाम पार्टियां और उनके विधायक अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश की आबादी 22 करोड़ से ज्यादा है। यहां सबसे ज्यादा विधानसभा और लोकसभा की सीट हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं प्रदेश की सबसे बड़े सूबे में 40 फीसदी से ज्यादा विधायक और सांसदों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। जी हां उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच और एसोसियेशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म यानी एडीआर ने एक सर्वे की रिपोर्ट जारी की है। जिसमें बताया गया है कि प्रदेश में 396 विधायकों में से 140 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
396 विधायकों में से 140 विधायकों पर आपराधिक मुकदमे
2017 के चुनाव में विभिन्न राजनीतिक दलों से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचने वाले 403 विधायकों में से मौजूदा 396 विधायकों के वित्तीय, आपराधिक और अन्य विवरणों पर ADR ने गहन मंथन किया। जिसमें पता चला कि 396 विधायकों में से 140 यानी 35 प्रतिशत विधायकों पर आपराधिक मुक़दमे दर्ज हैं। 106 यानी 27 प्रतिशत विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें बीजेपी के 304 में से 106 विधायक, एसपी के 49 में से 18 विधायक और बीएसपी के 18 में से दो विधायक, कांग्रेस के एक विधायक पर आपराधिक मामले चल रहे हैं।
बीजेपी के सबसे ज्यादा विधायक करोड़पति
वहीं ADR की ओर से विधायकों को वित्तीय विवरण भी जारी किया गया है। जिसमें बताया गया है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में 79 प्रतिशत विधायक करोड़पति हैं। मतलब प्रदेश में 396 में से 313 विधायकों के पास करोड़ों की संपत्ती है। जिनमें बीजेपी के सबसे ज्यादा विधायक करोड़पति हैं। बीजेपी के 304 में से 235 विधायक करोड़ों के मालिक हैं। वहीं समाजवादी पार्टी 49 में से 42 विधायक करोड़पति हैं। औसतन समाजवादी पार्टी के 86 प्रतिशत विधायकों के पास करोड़ों की संपत्ति है। तीसरे स्थान पर बीएसपी के 16 में से 15 विधायक करोड़पति हैं जबकि कांग्रेस के सात में से पांच विधायक करोड़पति हैं।
बीजेपी के 304 विधायकों की की औसतन संपत्ति 5.04 करोड़
बीजेपी के 304 विधायकों की की औसतन संपत्ति 5.04 करोड़ है। वहीं समाजवादी पार्टी के 49 विधायकों की औसतन सम्पत्ति 6.07 करोड़, बीएसपी के 16 विधायकों की औसतन सम्पत्ति 19.27 करोड़ और कांग्रेस के सात विधायकों की औसतन सम्पत्ति 10.06 करोड़ है। अगर बात करें सबसे ज्यादा सम्पत्ति वाले विधायकों की तो प्रथम स्थान पर मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र से बीएसपी के टिकट पर चुनाव जीतने वाले शाह आलम उर्फ गुडडू जामाली हैं। जिनके पास कुल 118 करोड़ से ज्यादा की सम्पत्ति है। दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा संपत्ति वाले विधायकों में बीएसपी के ही विनयशंकर का नाम शामिल है। चिलुपर विधानसभा सीट से विधायक बनने वाले विनयशंकर के पास 67 करोड़ से ज्यादा और तीसरे स्थान पर बीजेपी की रानी पक्षालिका सिंह हैं। बाह विधानसभा से विधायक बनीं रानी पक्षालिका सिंह के पास 58 करोड़ से अधिक की सम्पत्ति है।
मतदाताओं को जागरु करने के लिए किया गया सर्वे
बता दें कि उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच और ADR की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी गई। इस सर्वे का मकसद मतदाताओं को जागरुक करना था। ताकी मतदाता ये जान सकें कि वहर जिन्हें अपना प्रतिनिधि चुनकर विधानसभा में भेजते हैं वह वास्त में हैं कैसे। चुने गए जनप्रतिनिधि कैसे हैं यह बातें जनचर्चा पर आधारित नहीं हैं। यह विश्लेषण खुद उनका अपना किया हुआ है। बता दें कि यूपी इलेक्शन वाच और ADR ने सभी विधायकों के शपथपत्रों को पढ़ने के बाद यह विश्लेषण तैयार किया है।