संवाददाता: निर्मल उप्रेती
अल्मोड़ा: देवस्थानम बोर्ड को भंग किये जाने की घोषणा के बाद आईएएस सुशील कुमार को देवस्थानम बोर्ड का मुख्य कार्यकारी अधिकारी बनाये जाने पर जागेश्वर विधायक व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने सरकार पर सवाल उठाए हैं।
कुंजवाल का कहना है कि एक तरफ सरकार देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की घोषणा कर रही है ,वही दूसरी तरफ कुमाऊं कमिश्नर का तबादला कर उसे देवस्थानम बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया है। इससे साबित होता है कि सरकार के मन में कुछ और है। इस मामले में सरकार को अपने रुख को स्पष्ट करना चाहिए।
कुंजवाल ने कहा है कि देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ तीर्थ पुरोहित लंबे समय से आंदोलित थे, जिनका समर्थन कांग्रेस ने भी किया। विरोध के बावजूद चुनाव से पहले घबराकर सरकार ने देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की घोषणा की वही कुमाऊं कमिश्नर का ट्रांसफर करके उन्हें देस्थानम बोर्ड का चेयरमैन बना दिया है।
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अगर देवस्थानम बोर्ड को भंग ही करना है तो वहां चेयरमैन की सरकार क्यों नियुक्ति कर ही। आखिर इस मामले में सरकार में मन मे क्या चल रहा है सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए। कहा कि जब तक कैबिनेट में इसका आदेश नही आता , तब तक तीर्थ पुरोहितों की मांग जारी रहेगी।