निज़ामुद्दीन शेख़, काशीपुर| आगामी 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों ने पूरे दमखम के साथ एड़ी चोटी का जोर लगाकर अपने प्रत्याशियों की जीत दर्ज कराने को लेकर कोई भी कसर नहीं छोड़ी है। उत्तराखंड की उभरती हुई क्षेत्रीय पार्टी उत्तराखंड क्रांति दल ने भी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपनी कमर कस ली है। उक्रांद काशीपुर विधायक प्रत्याशी मनोज डोबरियाल ने पार्टी के कार्यकर्ताओं की टीमों का गठन किया है जोकि काशीपुर विधानसभा के नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में डोर टू डोर जाकर उत्तराखंड क्रांति दल की नीतियों और जनहित के मुद्दों को लेकर क्षेत्रीय जनता तक जनसंपर्क के द्वारा पहुंचा रहे हैं और उक्रांद के पक्ष में जनता से मतदान करने की अपील कर रहे हैं।
आपको बता दें कि उत्तराखंड की क्षेत्रीय पार्टी उत्तराखंड क्रांति दल तेजी से उभर रही है। उक्रांद काशीपुर विधानसभा प्रत्याशी मनोज डोबरियाल आगामी 14 फरवरी को होने वाले मतदान में डोर टू डोर जाकर लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं जिसको लेकर मनोज डोबरियाल अपनी जीत दर्ज कराने को लेकर कोई भी कसर नहीं छोड़ रहे हैं। वही मनोज डोबरियाल ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि कोरोना की गाइड लाइन के चलते हमने कोई क्षेत्र में रैली नहीं निकाली, ना ही हमने माइक पर प्रचार कर पाए। कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए हमने डोर टू डोर जाकर जनता से जनसंपर्क किया।
इसी दौरान जनता का अपार समर्थन मिल रहा है उन्होंने कहा कि क्षेत्र में घूमने के बाद पता लगा है कि 20 सालों से काशीपुर की जनता एक ही विधायक से आशाएं कर रही थी कि वह क्षेत्र का विकास करेंगे लेकिन क्षेत्र का बीते 20 वर्षों में विकास नहीं हो पाया, जिस कारण जनता इस बार परिवर्तन सोच रही है और परिवर्तन के रूप में उत्तराखंड क्रांति दल को विकल्प के रूप में देख रही है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह फायदे की बात है कि भारतीय जनता पार्टी से विधायक पुत्र त्रिलोक सिंह चीमा है तो वही पूर्व विधायक एवं पूर्व सांसद के पुत्र नरेंद्र चंद्र सिंह कॉन्ग्रेस प्रत्याशी है।
हम लोगों को बता रहे हैं कि यह लोकतंत्र की हत्या हो रही है यह लोकतंत्र नहीं यह राज तंत्र है। अमीर आदमी उद्योगपति राजा लोग रहे किसी जमाने में उनके वंशज राज्य को अपनी मुट्ठी में करना चाहते हैं वही लोग विधायक बनकर फिर से जनता में राज्य बाद का साम्राज्यवाद खड़ा करना चाहते हैं। हम उसी के विरोध में जनता के बीच जा रहे है हम उनको विश्वास दिला रहे है कि अगर हम जीतने के बाद सत्ता में आते है तो लोकतंत्र स्थापित होगा और हम सरकार में रहे या नहीं रहे लेकिन आपके मुद्दों को विधानसभा में लेकर जाएंगे और वहां क्षेत्र की जनता की समस्याओं को लेकर लड़ेंगे।