मेरठ। अर्श से फर्श तक का सफर तय करने में कितना वक्त लगता है इस बात की गवाही दे रहे हैं मेरठ में बीको कंपनी के मालिक पीके जैन।
एक जमाना था जब पीके जैन मजबूत कूलर और बेहतरीन रेफ्रिजरेटर तैयार करने वाली इस करोड़ों की कंपनी के मालिक थे। आज पीके जैन पीएम मोदी और सीएम योगी को खत लिखकर इच्छा मृत्यु की गुहार लगा रहे हैं। जिसके बाद पूरे शहर में उथल-पुथल मच गई है।
एक वक्त था जब मेरठ का ये व्यापारी सरकारी खजाने में करोड़ों रुपये टैक्स में भर दिया करता था। लेकिन जब बुरा वक्त आया तो इनकी सुनवाई कहीं नहीं हो रही है। वहीं उनकी संपत्ति को औने-पौने दामों में बैंक द्वारा बेचा जा रहा है। व्यापारी की मानें तो उन पर इस वक्त 15 करोड़ 50 लाख रुपये का मूल कर्ज बकाया है।
जिस मामले में 2016 में उनके खाते को एनपीए घोषित किया गया था। दरियागंज और परतापुर इलाके में व्यापारी की दो संपत्तियों को भी बैंक कोरोना काल के वक्त बेच चुका है। व्यापारी का दर्द है कि बैंक उसकी संपत्ति बेच-बेचकर ब्याज की रकम काट रही है, मूल कर्ज को जमा नहीं कर रही है। यही वजह है कि पीके जैन ने पीएम मोदी और सीएम योगी को खत लिखकर इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है।
जानकारी के मुताबिक रुड़की में पीके जैन की एक फैक्ट्री थी जिसकी कीमत 14 करोड़ के आसपास थी जिसे बैंक ने कबाड़ियों को बेच दिया। 14 करोड़ की संपत्ति को महज 8 करोड़ में बेचा गया। कंपनी में काम करने वाले लोग बेरोजगार हो गए।
उन्होंने कहा कि बैंक मैनेजर से लेकर के जोनल ऑफिस तक चक्कर काटे लेकिन बैंक ने ओटीएस देने से मना कर दिया। अब वह हताश हो गए हैं निराश हो गए हैं इसलिए इच्छामृत्यु मांग रहे हैं।