Uttar Pradesh Mission 2022 || बीते कई दिनों से लगातार चल रही राजनीतिक अटकलों पर विराम चिन्ह लगाते हुए भाजपा नेतृत्व ने अब तय कर लिया है कि प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। आपको बता दे यह फैसला नई दिल्ली स्थित भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में लगातार दो दिन से चल रही मंथन बैठक में लिया गया है। हालांकि अभी तक केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक द्वारा कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई। वही ऐसा लग रहा है कि भाजपा ने राम मंदिर निर्माण के सहारे हिंदुत्व का रंग प्रदेशभर में रंगने के लिए भगवा लहर तैयार कर ली है।
2 दिन से चल रही है भाजपा केंद्रीय नेतृत्व की बैठक
वही उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों की लिस्ट तैयार करने के लिए भाजपा प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व की दिल्ली में बीते 2 दिन से लगातार बैठक चल रही है। वही भाजपा के रणनीतिकार कहे जाने वाले केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष, उत्तर प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, महामंत्री सुनील बंसल एक सीट पर दावेदारी कर सकते हैं।
80 बनाम 20% का होगा चुनाव
वहीं बीते कुछ दिनों पहले सीएम योगी ने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि यह चुनाव 80 बनाम 20% का है। इसका मतलब यह है कि 80% हिंदू बनाम 20% मुसलमान। वही देश भर में हिंदुत्व नेता के रूप में जाने जाने वाले योगी आदित्यनाथ ही नहीं बल्कि पार्टी के सभी नेता प्रचार के दौरान अपनी सरकार के कार्यकाल में राम मंदिर निर्माण का बखान कर रहे हैं वही अयोध्या में कारसेवकों पर तत्कालीन समाजवादी सरकार द्वारा चलाई गई गोलियों को लेकर विपक्ष पर लगातार प्रहार कर रहे हैं।
पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे सीएम योगी
आपको बता दें गोरखपुर से 5 बार सांसद रह चुके प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं 2017 में भाजपा की प्रचंड बहुमत के साथ जीत तो हुई लेकिन उस वक्त योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं थे। ऐसे में भाजपा द्वारा योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाने के बाद विधानसभा पार्षद सदस्य के रूप में सदन में भेजा गया।