लखनऊ: शिक्षा सबसे मूलभूत जरूरतों में से एक है। जिसे उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी सरकार और होती है। स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में यूपी का प्रदर्शन बेहतर हुआ है। पिछले सालों के मुकाबले इस बार 10 अंकों का सुधार देखने को मिला है।
पीजीआई मानक पर बेहतर आंकड़े
स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में राज्यों का किस तरीके से प्रदर्शन है, इस को मापने के लिए एक मानक तैयार किया गया है। जिसे परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स यानी पीजीआई का नाम दिया गया। इसमें 70 अलग-अलग मानक हैं, जिसमें राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की ग्रेडिंग होती है। पीजीआई मानक के आधार पर अलग-अलग राज्यों के शिक्षा व्यवस्था को अंक दिए जाते हैं। इसी के आधार पर 2018-19 में यूपी ग्रेड-3 में था, अभी इसमें काफी सुधार देखने को मिला है।
ग्रेड-1 में पहुंचा उत्तर प्रदेश
पीजीआई मानक के आधार पर जारी में आंकड़े यूपी के लिए राहत वाले हैं। ग्रेड-3 से अब यूपी ग्रेड-1 में पहुंच गया है। सुधार सिर्फ विद्यालय स्तर पर सीखने और सिखाने में नहीं हुआ, बल्कि प्रशासनिक स्तर पर भी बेहतर कामकाज का नतीजा इसमें देखने को मिल रहा है। आपको बता दें कि पीजीआई इंडेक्स में ग्रेड 1+ और 1++ में कुल 12 राज्य हैं।
पिछले वर्ष जहां 1000 में से उत्तर प्रदेश को 708 अंक मिले थे। वहीं इस बार 804 अंक मिले हैं, जिसमें 10% इजाफा देखा गया है। यूपी की स्कूली शिक्षा के पठन-पाठन में 10 फ़ीसदी का इजाफा हुआ है। वहीं शासन-प्रशासन की अलग-अलग प्रक्रियाओं में 19 फ़ीसदी का इजाफा देखने को मिला है।
ग्रेड 5 से ग्रेड 1 पर
पुराने आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2017-18 में उत्तर प्रदेश ग्रेड-5 में था। वहीं 2018-19 में ग्रेड-3 पर पहुंचा। 2019-20 की परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स में उत्तर प्रदेश पहले ग्रेड पर पहुंच गया है। प्रदेश सरकार के साथ-साथ सभी के लिए काफी अच्छे संकेत हैं।