गोरखपुर। सरकार द्वारा छात्रों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके साथ ही देश में अच्छी शिक्षा के लिए सरकार द्वारा नए विश्वविद्यालयों का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही पुराने विश्वविद्यालय को भी आगे बढ़ाने में सरकार पूरी मदद कर रही है। सरकार का उद्देश्य देश के बच्चों को शिक्षित करना है। जिसके लिए सरकार द्वारा अथक प्रयास किए जा रहे हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नए साल में इस विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे। ये प्रदेश का पहला आयुष विश्वविद्यालय होगा। बुधवार को कैबिनेट में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय का नाम महायोगी गुरु गोरक्षनाथ के नाम पर रखा जाएगा। जिले की चौरीचौरा तहसील के मलमलिया गांव में बन रहे इस विवि का नाम उत्तर प्रदेश राज्य आयुष विश्वविद्यालय गोरखपुर होगा।
तीन बड़े हॉल आयुष विवि के लिए दिए गए-
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिला प्रशासन ने विवि के कुलपति समेत उनके 25 के करीब स्टाफ के बैठने का इंतजाम आयुष विश्वविद्यालय का अस्थाई कार्यालय पार्क रोड स्थित सीतापुर आंख अस्पताल के भवन में कर दिया है। जल्द ही यहां कुलपति व 20 से 25 लोगों का स्टाफ काम करना शुरू कर देगा। तीन बड़े हॉल आयुष विवि के लिए दिए गए हैं। कुलपति के रहने के लिए एक बंगला भी आवंटित किया गया है। शिलान्यास के बाद विश्वविद्यालय का निर्माण भी शुरू हो जाएगा। इसके लिए शासन ने जनवरी में लेटर ऑफ इंटेंट जारी करने की तैयारी कर ली है। सीएम योगी ने आयुष विश्वविद्यालय में महाविद्यालयों की संबद्धता एवं अन्य प्रशासनिक कार्य सत्र 2021-22 से एवं विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य सत्र 2022-23 से प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं। इसमें कुलपति के लिए अस्थाई कार्यालय और आवास पहले ही आवंटित किया जा चुका है।