लखनऊ: केंद्र में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब उत्तर प्रदेश में योगी मंत्रिमंडल विस्तार के कयास लगाये जा रहे हैं। एक ओर मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों से जहां कई विधायक मंत्रिमंडल में स्थान पाने की आस लगाये बैठे हैं तो वहीं, मंत्रिमंडल में शामिल कई मंत्रियों की धुकधुकी बढ़ गयी है। क्योंकि बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार के ऐन मौके पर जिस तरह मोदी के 13 मंत्रियों से ताबड़तोड़ इस्तीफे लिए गए, इससे यूपी के मंत्रियों की चिंता बढ़ना लाजिमी है।
बुधवार को मोदी मंत्रिमंडल से कई ऐसे प्रभावशाली लोगों का इस्तीफा लिया गया, जिनके इस्तीफे की कोई सोच नहीं सकता था। मोदी मंत्रिमंडल में शामिल प्रकाश जावेड़कर, डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक, जयशंकर प्रसाद और संतोष गंगवार जैसे ताकतवर और प्रभावशाली मंत्री थे, जिनके इस्तीफे की कोई कल्पना भी नहीं करता था। मगर, इन मंत्रियों का इस्तीफा हुआ वह भी अचानक बिना किसी न नकुर के। इन मंत्रियों के इस्तीफे का कोई कारण भी नहीं बताया गया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे संदेश दे दिया है कि ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मंत्रालय का काम पूरी पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ निपटाना होगा।
अपनी कुर्सी बचाने की जुगत में योगी सरकार के कई मंत्री
चर्चा है कि ब्लॉक प्रमुखी का चुनाव संपन्न होने के बाद कभी भी योगी मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। इसलिए योगी सरकार में शामिल कई मंत्री जहां अपनी कुर्सी बचाने की जुगत में हैं तो वहीं, कई विधायक मंत्री बनने की आस लिए संगठन में शामिल प्रभावशाली लोगों और भाजपा कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं।
इसी बीच पिछले कई दिनों से उत्तर प्रदेश के प्रभारी राधा मोहन सिंह लखनऊ में डेरा डाले हुए हैं। उनके लखनऊ में रहने को यूपी मंत्रिमंडल विस्तार की संभावनाओं से जोड़कर देखा जा रहा है। जानकारों का कहना है कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए मंत्रिमंडल विस्तार जरूर किया जाएगा। गौरतलब है कि कोरोना काल में कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान, कमला रानी वरुण और विजय कश्यप के निधन के बाद प्रदेश मंत्रिमंडल में कई सीट खाली हुई हैं।
यूपी सरकार में अभी 54 मंत्री
उत्तर प्रदेश में अधिकतम 60 मंत्री बनाए जा सकते हैं। मौजूदा सरकार में 23 कैबिनेट, नौ स्वतंत्र प्रभार और 22 राज्यमंत्री हैं। कुल मिलाकर इनकी संख्या 54 होती है और इस हिसाब से छ: मंत्री पद अभी भी खाली हैं। ऐसे में अगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसी मंत्री को न भी हटाएं तो भी छ: नए विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है।
भाजपा ने संतुलित मंत्रिमंडल देकर आदर्श प्रस्तुत किया: राकेश त्रिपाठी
वहीं, इस पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि, मंत्रिमंडल का विस्तार मुख्यमंत्री का विवेकाधिकार है। मुख्यमंत्री जी जब चाहेंगे, मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। वैसे अभी इस प्रकार की कोई सूचना नहीं है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि, इसी उत्तर प्रदेश की सरकार में जम्बो मंत्रिमंडल होता था, लेकिन भाजपा ने संतुलित मंत्रिमंडल देकर एक आदर्श प्रस्तुत करने का काम किया है।