लखनऊ: जनता को गुमराह कर सरकारी जॉब के नाम पर ठगी करने वाले चार जालसाजों को यूपी एसटीएफ ने अरेस्ट किया है। इन आरोपितों में गैंग लीडर भी शामिल है। इन्वेस्टिगेशन के दौरान आरोपितों ने अपना जुर्म स्वीकार किया है। रविवार को एसटीएफ ने मामले का खुलासा करते हुए गैंग लीडर समेत चार आरोपितों को जेल की चाहरदीवारी में कैद कर दिया है।
कई दिनों से कर रहे थे फ्रॉड
दरअसल, राजधानी के अलावा कई जनपदों में जालसाज बेरोजगार युवाओं को सुनहरे सपने दिखाकर उसने लाखों की ठगी कर रहे थे। असल में जालसाज युवाओं को सरकारी अथवा गैर सरकारी संस्थाओं में नौकरी दिलवाने का झांसा दे रहे थे। इसके एवज में आरोपित बेरोजगारों से लाखों की रकम वसूल कर रहे थे। लोगों से पैसा लेने के बाद आरोपित जनता को फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर भी थमा देते थे।
सूत्रों की माने तो इस गैंग ने अपनी जड़े पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक फैला रखी थीं। जब लोग आरोपितों के झांसे में आकर अपनी मोटी रकम गवां देते थे तो उन्हें ठगी का एहसास होता था। राजधानी के अलावा जालसाजों पर कई जनपदों के थानों में धोखाधड़ी का पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। रविवार को गैंग लीडर महेश सिंह अपने साथी मिथेलस, रितेश श्रीवास्तव और विपिन के साथ गोमतीनगर के पयर्टन विभाग गेट नंबर-3 पर खड़ा था।
फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर बरामद
सर्विलांस की मदद से टास्क फोर्स को जानकारी हुई। इसके बाद एसटीएफ ने घेराबंदी कर आरोपितों को हिरासत में ले लिया है। इंवेस्टिगेशन के दौरान टास्क फोर्स को आरोपितों के पास पांच डाक विभाग के फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर, सात रेलवे ग्रुप सी भर्ती के फर्जी दस्तावेज समेत कई फर्जी पेपर भी बरामद हुए हैं। आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद स्पेशल टास्क फोर्स ने भी राहत भरी सांस ली है।