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दाऊद इब्राहिम और औरगंजेब से खुद की तुलना कर रहे मुनव्वर राना, जानिए वजह

दाऊद इब्राहिम और औरगंजेब से खुद की तुलना कर रहे मुनव्वर राना, जानिए वजह

लखनऊ: अपनी नज्म के जरिए देश और दुनिया में शायरी प्रेमियों ही नहीं बल्कि युवाओं, महिलाओं और उम्र दराज़ को मां की अहमित से रूबरू कराने वाले मशहूर शायर मुनव्वर राना इन दिनों अपनी तुलना दाऊद इब्राहिम और औरगंजेब से कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस हुकूमत में मुसलमान होना गुनाह है। ऐसे में मुसलमान होने का मतलब है कि मौत और बेइज्जती को दवात देना। क्योंकि, यह सरकार गूंगे और बहरों की है, जिन्हें सच्चाई समझ में तो आती है, लेकिन सरकार के आगे वो भी बेबस हैं।

तबरेज को दाऊद की तरह तलाश कर रही पुलिस

बुधवार को भारत खबर ने मुनव्वर राना से बातचीत की तो उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि, यह हुकूमत सच्चाई सुनना नहीं चाहती है। लिहाजा सूबे की निगरानी के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय, राजभवन, डीपीजी कार्यालय क्यों बनाया गया है। अफसरों को तो नाम का पद मिला है, हकीकत यह है कि वो भी बेबस हैं।

उन्होंने कहा कि, इस हुकूमत में मुसलमान होना सबसे बड़ा गुनाह है। अगर आप मुसलमान हैं तो हर चीज़ के जिम्मेदार आप स्वयं हैं। मुसलमान होने का मतलब है कि मौत और बेइज्जती को दवात देना, जबकि संविधान में हर शख्स को एक समान मौलिक अधिकार दिए गए हैं। इसके बावजूद यह पक्षपात क्यों? आखिर मुसलमान भी एक इंसान है।

शायर मुनव्‍वर राना ने कहा कि, पुलिस उनके बेटे तबरेज राना को अंडर वर्ड माफिया दाऊद इब्राहिम और औरंगजेब के बेटे की तरह तलाश रही है। जबकि मेरे बेटे ने उतना बड़ा अपराध तो किया ही नहीं है। आखिर सरकार उनके बेटे को टारगेट क्यों कर रही है।

यह थी घटना

गौरतलब है कि 28 जून को रायबरेली जनपद में मुनव्वर राना के बेटे तबरेज राना ने पुलिस को सूचना दी थी कि उन पर कुछ अज्ञात बदमाशों ने फायरिंग कर दी। इसके बाद रायबरेली पुलिस ने अज्ञात बदमाशों पर एफआइआर दर्जकर जांच शुरू कर दी। जब पुलिस ने घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी की फुटेज में खंगाली तो पता चला कि कहानी का राइटर कोई और नहीं बल्कि मुनव्वर राना का बेटा तबरेज राना ही है। अपने चाचा को फंसाने के लिए तबरेज ने साजिश के तहत खुद पर अपने साथियों से गोली चलवाई थी।

इस मामले में चार आरोपितों को अरेस्ट कर उसने पूछताछ की गई तो पूरी कहानी से पर्दा हट गया। इसके बाद रायबरेली पुलिस रात डेढ़ बजे तबरेज की तलाश में लखनऊ आई थी, लेकिन वह पुलिसकर्मियों के हाथ नहीं लगा। हालांकि, मुनव्वर राना की बेटियों ने पुलिसकर्मियों पर अभद्रता करने का आरोप लगाया था।

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