धर्म, अध्यात्म अउर क्रांति के नगरी गोरखपुर के देवतुल्य लोगन के प्रणाम करत बांडी। परमहंस योगानंद, महायोगी गुरु गोरखनाथ, भाई जी हनुमान प्रसाद पोद्दार, महाबलिदानी पंडित रामप्रसाद बिस्मिल के पावन धरती के कोटि- कोटि नमन।
आप सब लोग जवने खाद कारखाना अउर एम्स के बहुत दिन से इंतजार करत रहलीं, आज उ घड़ी आ गइल बा। आप सबके बहुत बहुत बधाई।
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यह हूबहू मजमून प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस संबोधन का है जो उन्होंने मंगलवार को गोरखपुर में खाद कारखाना, एम्स और आरएमआरसी के लोकार्पण समारोह के दौरान शुरू में कही। भोजपुरी में अपने संबोधन की शुरुआत कर पीएम मोदी ने खचाखच भरे खाद कारखाना परिसर में जुटे लाखों लोगों का दिल जीत लिया। पीएम के भोजपुरी बोलते ही भीड़ का उत्साह वहां लगने वाले गगनचुंबी नारों से समझ मे आ रहा था।
मोदी-मोदी के गूंज के बीच पीएम लोगों के मन में बसते दिखे। लोगों के मनोभाव को उन्होंने खूब समझा भी। और, भोजपुरी बोली से खड़ी बोली पर आते ही इसे अपने शब्दों में पिरो भी दिया। मोदी ने अभिवादन के बाद कहा कि उन्हें वह यह देख रहे हैं कि जिन लोगों तक उनकी आवाज पहुंच भी नहीं पा रही है, जहां वह दिखाई भी नहीं दे रहे होंगे, वहां से भी लोग झंडा दिखा रहे हैं। कहा कि आप लोगों का यही आशीर्वाद काम करने की प्रेरणा, ऊर्जा और ताकत देता है।