फतेहपुर: फतेहपुर जिले के असोथर थाना क्षेत्र में देर रात फायरिंग होने से हड़कंप मच गया। इस घटना में घायल 53 वर्षीय भोला द्विवेदी को प्राथमिक चिकित्सालय में इलाज के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। प्रभारी निरीक्षक असोथर नागेंद्र कुमार नागर ने बताया कि, भोला द्विवेदी की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
थाना क्षेत्र के सरकंडी स्थित फक्कन डेरा में भोला द्विवेदी अपने परिवार के साथ रहते हैं। जब वह रात में खाना खाने के बाद ट्यूबवेल चलाने के लिए घर से निकले तभी पास में ही पहले से घात लगाए रानू और चंद्रशेखर ने उन्हें जान से मारने के लिए उनके ऊपर अवैध असलहे से फायरिंग झोंक दी। हालांकि, पहले से सावधान भोला द्विवेदी ने खुद को बचा लिया।
लोगों के इकट्ठा होने पर आरोपी फरार
इसी बीच फायरिंग की आवाज आसपास के लोग घर से बाहर निकल आए। लोगों के एकत्रित होने के पहले ही दोनों आरोपी दहशत फैला कर फरार हो गए। फायरिंग के बाद भोला द्विवेदी के बेटे संदीप ने अपने पिता को जैसे-तैसे असोथर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। यहां पर मौजूद प्रभारी चिकित्सक डॉक्टर उपेन्द्र कुमार ने उनका एक्सरे कराने के लिए उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया।
जानकारी के अनुसार, फायरिंग करने वाले गाजीपुर थाना क्षेत्र के चुरियानी गांव के रहने वाले हैं। असोथर इंस्पेक्टर नागेंद्र कुमार नागर ने बताया कि, आरोपी और पीड़ित पक्ष का जमीनी विवाद है। इसी को लेकर यह घटनाक्रम हुआ है। मामले की जांच सरकंडी चौकी इंचार्ज शैतान सिंह कर रहे हैं। जल्द ही मामले का खुलासा होगा।
तीन साल पहले भी हुआ था हमला
पीड़ित भोला द्विवेदी और आरोपी दोनों चुरियानी रहने वाले हैं, लेकिन भोला अपनी ससुराल में रहने लगे हैं। ऐसे में पूर्व रंजिश के कारण रानू और चंद्रशेखर की ओर से करीब तीन साल पहले भी ऐसा हमला किया जा चुका है। इस बात की जानकारी भोला के बेटे संदीप ने दी। हालांकि, गाजीपुर थानाध्यक्ष ने फिलहाल मामले की जानकारी न होने का हवाला दिया है।