उतर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ तथा माननीय जनपद न्यायाधीश, मथुरा राजीव भारती जी के निर्देशानुसार जिला कारागार, मथुरा का आकस्मिक निरीक्षण सोनिका वर्मा, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा द्वारा किया गया।
यह भी पढ़े
इस अवसर पर जिला कारागार मथुरा के जेलर श्री महाप्रकाश सिंह, डिप्टी जेलर शिवानी यादव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा नियुक्त जेल विजिटर अरशद हुसैन रिजवी एडवोकेट आदि उपस्थित रहे। जिला कारागार, मथुरा में आज निरीक्षण दौरान कुल 1702 बंदी निरूद्ध होना पाया गया।
सबसे पहले पाकशाला का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण दौरान कुछ बंदी सांय का भोजन बनाने की तैयारी कर रहे थे। एक बड़ी मशीन द्वारा रोटियों सेकी जा रहीं थीं। पाकशाला में साफ-सफाई पाई गई महिला एवं पुरुष बंदियों को आज प्रातः नाश्ते में चाय, पावरोटी व गुड़ दिया गया था तथा दोपहर के भोजन में अरहर की दाल, आलू पालक की सब्जी व रोटी दी गई। सायंकाल के भोजन में रोटी, उरद की दाल, आलू पत्ता गोभी की मिक्स सब्जी दी जायेगी। पाकशाला में दाल पकाने की तथा चावल वॉयल करने की दो-दो नवीन मशीनें लगी पाई गई।
महिला बैरक के निरीक्षण दौरान पाया कि इस बैरक में 67 महिला बंदी निरूद्ध हैं। कुछ महिला बंदियों के साथ 5 बच्चे भी निवारत हैं। निरीक्षण दौरान महिला बंदियों से उनके खाने पीने रहने तथा उनके मुकदमें से सम्बंधित वार्ता की गई। निशुल्क विधिक सहायता हेतु कुछ महिला बंदियों द्वारा अधिवक्ता की मांग की गई, जिस सम्बंध में जेल प्रशासन को ऐसे बंदियों का प्रार्थनापत्र, जिनको निःशुल्क विधिक सहायता की आवश्यकता हो, अविलम्ब जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा में प्रेषित किये जाने का निर्देश दिया गया।
महिला बैरक के पास ही महिला बंदियों हेतु एक नवीन चिकित्सालय का निर्माण किया गया है। जिसमें मुख्य चिकित्साधिकारी, मथुरा के माध्यम से उपस्थित महिला चिकित्सक द्वारा सप्ताह में एक दिन तथा स्टाफ नर्स द्वारा सप्ताह में दो दिन उपस्थित होकर महिला बंदियों का चिकित्सीय परीक्षण किया जाता है। महिला चिकित्सालय के समीप ही एक नवीन कक्ष का निर्माण महिला बंदियों के साथ रहने वाले बच्चों की शिक्षा हेतु किया जाता है। जेल प्रशासन द्वारा बताया गया कि इस कक्ष में महिला बंदी द्वारा बच्चों को पढ़ाया जाता है।
निरीक्षण के दौरान उपस्थित बंदियों से बातचीत की गयी तथा उनके द्वारा बतायी गयी सम्स्याओं के समाधान हेतु जेल अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।