अमित गोस्वामी, संवाददाता
शासन की जनहित में विकास योजनाओं को लेकर जिलाधिकारी मथुरा पुलकित खरे ने गुरूवार को अधीनस्तों के साथ निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने फोर लेन के गोवर्धन से मथुरा रोड, जमुनावता की गौशाला, विद्यालय के फर्नीचर, महमदपुर पारासौली में पर्यटक स्थल चन्द्र सरोवर, रास चबूतरा, अष्ट छाप के कवियों की समाधि आदि के कार्य का बारीकी से निरीक्षण अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी।
यह भी पढ़े
कर्नाटक : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक, PM की कार तक पहुंचा युवक, देखें वीडियो
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी पुलकित खरे ने मथुरा से गोवर्धन तक बन रहे रोड में विभागीय ठेकेदार द्वारा लेटलतीफी किये जाने और घटिया निर्माण सामग्री दिखाई देने पर फटकार लगाई। अधिकारियों में आपसी ताल-मेल न होने पर कार्यवाही किये जाने की चेतावनी दी। ठेकेदार पर कार्यवाही करने को कहा। उन्होंने सड़क की परत को खुदबाकर देखा, जिसमें निर्माण सामग्री की भी सेंपलिंग की गई। सामग्री को निर्माण की जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। डिवाइटर की माप कराई गई। जगह-जगह डिवाइडर न होने से सर्दी में दुर्घटनाओं का खतरा अधिक हो गया है।
डीएम ने इंजीनियर को टीम बढ़ाकर पूरे सड़क निर्माण को 31 मार्च तक काम पूरा करने के निर्देश दिए। मथुरा से गोवर्धन राजस्थान सीमा तक करीब 24 किलोमीटर तक फोर लेन सड़क का निर्माण चल रहा है। उन्होंने टंकी वाली गली में विद्यालय में सांसद निधि के द्वारा दिये गये फर्नीचर की गुणवत्ता को परखा। विद्यालय में अन्य कार्यों को 26 जनवरी तक पूरा करने के निर्देश ईओ गोवर्धन को दिये गये। जमुनावता गौशाला में गायों की स्थिति को देखा गया। गायों को ठंड से बचाने के निर्देश दिये गये हैं। पौराणिक ग्राम पारासौली में पर्यटन विभाग द्वारा कराये जा रहे कार्यों को देखा गया।
महमदपुर अष्टछाप के कवियों, चन्द्र सरोवर आदि का निरीक्षण किया। स्थानीय लोगों से भी सुझाव मांगे गये। इस अवसर पर एसडीएम गोवर्धन कमलेश गोयल, अधिशासी अभियंता लोकनिर्माण विभाग गजेन्द्र सिंह वाष्णेय, सीओ राम मोहन शर्मा, पर्यटन अधिकारी डीके शर्मा, ईओ आलोक वर्मा, प्रबंधक देवन्द्र शर्मा, बालकिशन मुखिया, नीरज शर्मा चन्द्रशेखर आदि थे।