सूबे के मुखिया ने साफ आदेश जारी किए हुए है की सड़क पर कोई भी वाहन खड़ा नहीं होने दिया जाए ।
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लेकिन गोवर्धन में मुख्य मार्गों से लेकर अंदर बिना पार्किंग के बने सैकड़ों गेस्ट हाउस, होटल और धर्मशालाओं के संचालकों के द्वारा ठहरने वाले लोगों के वाहनों को यह पर पार्किंग करवाया जाता है। परिणामस्वरूप उक्त वाहनों से आए दिन चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है और पुलिस फिर भी मूक दर्शक बन बीमारी को विकराल रूप धारण करने के इंतजार में बैठी है तो दूसरी तरफ सरकार द्वारा जनपद मथुरा की कानून व्यवस्था को सुद्रण करने हेतू आईपीएस अधिकारी अभिषेक यादव को नियुक्त किया गया है
आईपीएस अभिषेक यादव ने सोमवार को मथुरा का पद भार संभालने के साथ साथ आदेश जारी कर स्पष्ट कर दिया कि उनकी प्राथमिकताओं में सरकार और शासन के आदेशों का अनुपालन करना वा थाने आने वाले फरियादी की सुनवाई हो और और यथा संभव पीड़ित की मदद की जाए लेकिन मथुरा जनपद के थाना गोवर्धन में परिक्रमा देने आए श्रद्धालु का उसकी गाड़ी में से बैग चोरी हो गया जिसकी रिपोर्ट दर्ज कराने थाने गया परंतु उसकी न तो कोई सुनवाई हुई और न ही उसकी रिपोर्ट ही दर्ज की गई जो स्पष्ट दर्शाता है कि थाने स्तर पर उच्च अधिकारियों के आदेशों कैसे अवहेलना की जाती है।
प्राप्त घटना क्रम के अनुसार शरद बंसल मोबाइल नंबर 9410639458 नामक गाजियाबाद निवासी श्रद्धालु अपने साथी सहित विगत रात्रि दानघाटी मंदिर के समीप स्थित सिद्ध यात्री निवास के कमरा नंबर 202 में रुका था और उसकी गाड़ी को गेस्ट हाउस संचालक ने रोड पर पार्किंग व्यवस्था करते हुए खड़ी करा दी थी। सुबह जब उक्त शरद बंसल अपने साथी सहित वापिस लौटेने के लिए गाड़ी पर गया तो देखा कि गाड़ी से उसका बैग गायब है जिसकी जानकारी होते ही शरद बंसल वा उसके साथी के पैरों तले जमीन खिसक गई और जब वो गेस्ट हाउस संचालक के पास पहुंचा तो उसे गोवर्धन थाने का रास्ता दिखा दिया गया और पीड़ित शरद बंसल अपने साथी सहित थाने पहुंचा तो शरद बंसल के अनुसार गोवर्धन पुलिस ने तहरीर ले कर राजकीय मेला गुरु पूर्णिमा की व्यस्तता के चलते पंद्रह दिन बाद आने की कहकर टरका दिया गया।
सूत्रों के अनुसार सिद्ध यात्री निवास के समीप ही एक गली में एक लावारिस बैग पड़ा मिला जो स्पष्ट दर्शाता है कि किसी गाड़ी से चुराया गया था और कीमती सामान निकाल कर चोरों द्वारा फेंक दिया गया था जो किसी पड़ोसी दुकानदार को मिला जिसमे रखे जरूरी कागजात भी मिले थे। यहां यह प्रश्न उठता है कि अगर गोवर्धन पुलिस अपनी कार्यशैली में थोड़ा बदलाव कर सड़क पर पार्किंग कराने वाले होटल,गेस्ट हाउस, धर्मशाला संचालको पर सख्ती बरतती है और वाहनों को रोड पर पार्किंग होने से रोक दे तो चोरी की इस तरह की घटनाओं पर अंकुश भी लगेगा और पुलिस का सर दर्द भी नहीं बनेगा लेकिन गोवर्धन पुलिस अपना सर दर्द कम करना चाहे तभी तो यह संभव होगा।