Union Budget 2023: आज लोकसभा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट 2023 पेश किया।
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केंद्रीय बजट 2023-24 पेश होने के बाद बजट पर चर्चाएं तो शुरूहो गई है। इसके साथ ही आम बजट को लेकर प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगीं हैं।
The Union Budget 2023-24 is expected to bring about positive changes in the country that will lead us towards achieving our goal of becoming a $5 trillion economy and ‘Top Three’ economies within few years.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) February 1, 2023
आम बजट पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। राजनाथ सिंह ने ट्वीट करके कहा कि केंद्रीय बजट 2023-24 से देश में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है जो हमें कुछ वर्षों के भीतर 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था और ‘शीर्ष तीन’ अर्थव्यवस्था बनने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर ले जाएगा।
Now we know why: shockingly, lowest-ever allocation for MNREGA at 60,000 cr, when last year @nsitharaman had to come back with supplementary demands. Social security programs for women& children have been cut too. #Budget2023 https://t.co/3wJKSFIxW9
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) February 1, 2023
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए कहा कि अब हम जानते हैं कि क्यों: मनरेगा के लिए पिछले साल के मुकाबले अब तक का सबसे कम आवंटन 60,000 करोड़ रुपये @nsitharaman पूरक मांगों के साथ वापस आना पड़ा। महिलाओं और बच्चों के लिए सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों में भी कटौती की गई है। #बजट2023
भाजपा अपने बजट का दशक पूरा कर रही है पर जब जनता को पहले कुछ न दिया तो अब क्या देगी।
भाजपाई बजट महंगाई व बेरोज़गारी को और बढ़ाता है। किसान, मज़दूर, युवा, महिला, नौकरीपेशा, व्यापारी वर्ग में इससे आशा नहीं निराशा बढ़ती है क्योंकि ये चंद बड़े लोगों को ही लाभ पहुँचाने के लिए बनता है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 1, 2023
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा- “भाजपा अपने बजट का दशक पूरा कर रही है, पर जब जनता को पहले कुछ न दिया तो अब क्या देगी. भाजपाई बजट महंगाई व बेरोज़गारी को और बढ़ाता है। किसान, मज़दूर, युवा, महिला, नौकरीपेशा, व्यापारी वर्ग में इससे आशा नहीं निराशा बढ़ती है, क्योंकि ये चंद बड़े लोगों को ही लाभ पहुँचाने के लिए बनता है।”
आज प्रस्तुत हुए आम बजट 2023-24 में ‘नए भारत’ की समृद्धि का संकल्प है, अंत्योदय का विजन है, 130 करोड़ देश वासियों की सेवा का लक्ष्य है।#AmritKaalBudget
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 1, 2023
बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर लिखा कि आज प्रस्तुत हुए आम बजट 2023-24 में ‘नए भारत’ की समृद्धि का संकल्प है, अंत्योदय का विजन है, 130 करोड़ देश वासियों की सेवा का लक्ष्य है।.
वर्तमान केंद्रीय बजट गांव, गरीब, किसान, नौजवान व महिलाओं समेत समाज के हर वर्ग की आशाओं और राष्ट्र के समग्र उत्थान की अपेक्षाओं को पूरा करने वाला है।
निःसंदेह, यह बजट भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।#AmritKaalBudget
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 1, 2023
वर्तमान केंद्रीय बजट गांव, गरीब, किसान, नौजवान व महिलाओं समेत समाज के हर वर्ग की आशाओं और राष्ट्र के समग्र उत्थान की अपेक्षाओं को पूरा करने वाला है। निःसंदेह, यह बजट भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
मैं आजादी के अमृत काल में प्रस्तुत ‘विकसित भारत’ के संकल्प को पूर्ण करते सर्वसमावेशी और लोक-कल्याणकारी केंद्रीय बजट 2023-24 का स्वागत करता हूं।
आदरणीय प्रधानमंत्री जी एवं मा. केंद्रीय वित्त मंत्री जी का हार्दिक अभिनंदन!#AmritKaalBudget
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 1, 2023
मैं आजादी के अमृत काल में प्रस्तुत ‘विकसित भारत’ के संकल्प को पूर्ण करते सर्वसमावेशी और लोक-कल्याणकारी केंद्रीय बजट 2023-24 का स्वागत करता हूं। आदरणीय प्रधानमंत्री जी एवं मा. केंद्रीय वित्त मंत्री जी का हार्दिक अभिनंदन!
न किसान न जवान न नौजवान।
बजट में किसी के लिये नही कोई प्रावधान।
अमृत काल में अमृत के लिये तरस रहा है “आम
इंसान”
पूँजीपतियों की लूट हुई आसान।— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) February 1, 2023
आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा, न किसान, न जवान, न नौजवान. बजट में किसी के लिए नहीं कोई प्रावधान. अमृत काल में अमृत के लिए तरस रहा है आम इंसान. पूंजीपतियों की लूट हुई आसान।
1. देश में पहले की तरह पिछले 9 वर्षों में भी केन्द्र सरकार के बजट आते-जाते रहे जिसमें घोषणाओं, वादों, दावों व उम्मीदों की बरसात की जाती रही, किन्तु वे सब बेमानी हो गए जब भारत का मिडिल क्लास महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि की मार के कारण लोवर मिडिल क्लास बन गया, अति-दुखद। 1/4
— Mayawati (@Mayawati) February 1, 2023
बसपा सुप्रीमो मायावती के ट्वीट कर लिखा कि देश में पहले की तरह पिछले 9 वर्षों में भी केन्द्र सरकार के बजट आते-जाते रहे, जिसमें घोषणाओं, वादों, दावों व उम्मीदों की बरसात की जाती रही, किन्तु वे सब बेमानी हो गए, जब भारत का मिडिल क्लास महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि की मार के कारण लोवर मिडिल क्लास बन गया, अति-दुखद।
इस बजट में महंगाई से कोई राहत नहीं। उल्टे इस बजट से महंगाई बढ़ेगी
बेरोज़गारी दूर करने की कोई ठोस योजना नहीं।
शिक्षा बजट घटाकर 2.64 % से 2.5 % करना दुर्भाग्यपूर्ण
स्वास्थ्य बजट घटाकर 2.2 % से 1.98 % करना हानिकारक
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 1, 2023
बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि इस बजट में महंगाई से कोई राहत नहीं। उल्टे इस बजट से महंगाई बढ़ेगी। बेरोज़गारी दूर करने की कोई ठोस योजना नहीं। शिक्षा बजट घटाकर 2.64 % से 2.5 % करना दुर्भाग्यपूर्ण, स्वास्थ्य बजट घटाकर 2.2 % से 1.98 % करना हानिकारक।
पिछले साल के बजट में कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, मनरेगा और अनुसूचित जातियों के कल्याण के लिए किए गए आवंटन की सराहना की गई थी। आज हक़ीक़त सबके सामने है। आवंटित राशि की तुलना में व्यय काफी कम है। यह हेडलाइन मैनेजमेंट के लिए पीएम मोदी की OPUD स्ट्रेटजी है – ओवर प्रॉमिस, अंडर डिलीवर।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) February 1, 2023
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, “पिछले साल के बजट में कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, मनरेगा और अनुसूचित जाति के कल्याण के लिए आवंटन के लिए सराहना की गई थी। आज हकीकत सामने है। वास्तविक व्यय बजट की तुलना में काफी कम है। यह हेडलाइन मैनेजमेंट की मोदी की OPUD रणनीति है. वादा ज्यादा, काम कम।”