- संवाददाता, भारत खबर
नई दिल्ली। सौर तापीय ऊर्जा क्षेत्र के विभिन्न स्तरों के लाभार्थियों के लिये कौशल विकास कार्यक्रम आरंभ करने के लिये संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (यूएनआईडीओ) और राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान(एनआईएसई) के बीच आज एक समझौते पर हस्ताक्षर हुए।
एनआईएसई और यूएनआईडीओ विशिष्ट प्रशिक्षण सामग्री विकसित करते हुए बेहतरीन पद्धतियों को लाने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों को साथ जोड़ेंगे। यह समझौता यूएनआईडीओ द्वारा संयुक्त रूप से कार्यान्वित की जा रही वर्तमान में जारी एमएनआरई-जीईएफ-यूएनआईडीओ परियोजना का भाग है और इसका उद्देश्य कोयले, डीजल, भट्ठी तेल आदि जैसे परम्परागत जीवाश्म ईंधन को बदलने के लिए उपयोग में लाई जा रही संकेंद्रित सौर तापीय ऊर्जा प्रौद्योगिकियों (सीएसटी) में तकनीकी मानव शक्ति के क्षमता निर्माण और कौशल विकास में सहायता प्रदान करना तथा औद्योगिक संसाधित ऊष्मा अनुप्रयोगों की लागत और उत्सर्जन में कमी लाना है। भारत में यूएनआईडीओ के प्रतिनिधि रेने वान बार्केल और एनआईएसई के महानिदेशक डॉ. ए के त्रिपाठी 7 अगस्त 2019 को यूएनआईडीओ के कार्यालय में समझौते पर हस्ताक्षर करते हुए।