गोवा। गोवा में शनिवार से दो दिवसीय ब्रिक्स सम्मेलन की शुरुआत होने जा रही है। इसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 11 देशों के शासनाध्यक्ष और राष्ट्राध्यक्ष दो दिनों तक बैठक करेंगे। ये 8वां ब्रिक्स सम्मेलन होगा। इसकी शुरुआत साल 2011 में हुई थी जिसका मकसद आर्थिक और राजनीतिक मोर्चे पर पश्चिमी देशों के अधिपत्य को चुनौती है। इस ब्रिक्स सम्मेलन को लेकर सभी की नजरें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिकी हुई हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहें हैं इस समारोह में प्रधानमंत्री पाकिस्तान को अलग-थलग करने के चलते आतंकवाद का मुद्दा उठा सकते है तो वहीं भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती चीन के साथ संबंधों में संतुलन और आर्थिक मामलों में सदस्य देशों की एकजुटता बनाना है।
ब्रिक्स सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ब्राजील के राष्ट्रपति मिशेल टेमर और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जेकब जुमा हिस्सा लेंगे। दो दिवसीय इस सम्मेलन के पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए कहा कि बिम्सटेक नेताओं तक पहुंच व उनके साथ संबंध महत्वपूर्ण हैं। हमें सहयोग के लिए अत्यधिक संभावना की उम्मीद है और इससे लाभ भी होगा।
बता दें कि दो दिवसीय ब्रिक्स सम्मेलन 15 -16 अक्टूबर तक चलेगा। इस सम्मेलन के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार शाम को गोवा पहुंच गए थे। इस सम्मेलन का आयोजन गोवा के लीला होटल में किया गया है। इसके साथ भी ऐसी खबरें आ रही हैं कि डिनर में प्रमुख भारतीय व्यंजनों को भी परोसा जाएगा।