कोरोना वायरस से लड़ने के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने बड़ा एलान किया है. डीसीजीआई ने सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. ऐसे में एक साथ दो टीकों को मंजूरी देने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है. जानकारी के मुताबिक, इस अभियान में 30 मिलियन लोगों को पहले चरण में COVID-19 वैक्सीन लगेगी.
डीसीजीआई के आपात इस्तेमाल की मंजूरी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर बधाई दी.
A decisive turning point to strengthen a spirited fight!
DCGI granting approval to vaccines of @SerumInstIndia and @BharatBiotech accelerates the road to a healthier and COVID-free nation.
Congratulations India.
Congratulations to our hardworking scientists and innovators.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 3, 2021
बीते दिन भारत के दवा नियामक के विशेषज्ञ पैनल ने “प्रचुर एहतियात के रूप में” जनहित में स्वदेश में विकसित Covid-19 वैक्सीन ‘Covaxin’ के प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमति देने की सिफारिश की. एक दिन पहले, केंद्रीय ड्रग्स मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने आपातकालीन उपयोग के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के ‘कोविशिल्ड’ की सिफारिश की थी.
इससे आने वाले दिनों में भारत में कम से कम दो टीकों के रोलआउट का मार्ग प्रशस्त हुआ, जबकि दो और विकास के अग्रिम चरणों में हैं. हालांकि, राष्ट्रीय औषधि नियामक ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) द्वारा अंतिम कॉल का भी इंतजार किया जा रहा है और इसके बाद मास वैक्सीन रोलआउट शुरू हो जाएगा. डीजीसीआई आज राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में सीओवीडी-19 वैक्सीन के बारे में मीडिया को जानकारी देगा. डीसीजीआई द्वारा कोविशिल्ड और कोवैक्सिन की मंजूरी से भारत के लिए बड़ी राहत मिलेगी, जिसमें अमेरिका के बाद दुनिया में कोविड-19 संक्रमणों की दूसरी सबसे अधिक संख्या है.
DCGI ने कहा कि सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने एक और दो जनवरी को हमसे मुलाकात की. उन्होंने हमसे सीरम इंस्टीट्यूट की ‘कोविशील्ड’, भारत बायोटेक की ‘कोवैक्सीन’ को इंजरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी देने और मैसर्स केडिला हेल्थकेयर को भारत में तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल करने की अनुमति देने की सिफारिश की थी. सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी में पल्मोनोलॉजी, इम्यूनोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, इंटरनल मेडिसिन आदि के क्षेत्र के डोमेन नोलेज एक्सपर्ट होते हैं.
ऑक्सफोर्ड-सीरम वैक्सीन COVISHIELD
कोविड-19 वैक्सीन प्रस्तावों का पुनः निरीक्षण करने का काम करने वाले सीडीएससीओ विशेषज्ञ पैनल ने आपात उपयोग के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया निर्मित कोविशिल्ड की सिफारिश की. इसने कैडिला हेल्थकेयर को फेज-3 ट्रायल प्रोटोकॉल के लिए भी मंजूरी दे दी. ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन कोविशिल्ड भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए सिफारिश सुरक्षित करने वाला पहला टीका है. हालांकि, डीसीजीआई की मंजूरी का इंतजार सिफारिश पर है.