भारतीय पुरुष हॉकी टीम का ओलंपिक में गोल्ड का सपना तो टूट गया। लेकिन अब हॉकी में गोल्ड की आशा भारतीय महिला हॉकी टीम से है। जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को हराकर पहली बार सेमीफाइनल में जगह बनाई है।
नया अध्याय जोड़ने का सुनहरा मौका
भारतीय महिला हॉकी टीम पहले ही इतिहास रच चुकी है। और अब उसके पास एक नया अध्याय जोड़ने का सुनहरा मौका है। जहां टोक्यो ओलंपिक्स के सेमीफाइनल में अर्जेंटीना को हराकर अपनी उपलब्धियों को चरम पर पहुंचाना होगा।
देश की निगाहें महिलाओं पर टिकीं
भारतीय महिला हॉकी की आत्मविश्वास से भरी टीम ने बीते सोमवार को 3 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर पहली बार ओलंपिक्स के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। हालांकि भारतीय पुरुष टीम सेमीफाइनल से आगे बढ़ने में नाकाम रही, जिसके बाद से अब सभी की निगाहें महिलाओं पर टिकीं हैं।
रैंकिंग में 7वें स्थान पर पहुंचीं महिला टीम
बता दें कि भारतीय महिला हॉकी टीम अपने शानदार प्रदर्शन से रैंकिंग में 7वें स्थान पर पहुंच गई है, जो उसकी अब तक की सबसे अच्छी रैंकिंग है। लेकिन उसका सामना दुनिया के नंबर 2 अर्जेंटीना से होगा, जो 5 साल पहले रियो खेलों में चूकने के बाद ओलंपिक में सफलता हासिल करने के लिए बेताब है।
अर्जेंटीना का पलड़ा रहा है भारी
बात अगर दोनों टीमों के बीच हालिया रिकॉर्ड की करें तो अर्जेंटीना का पलड़ा भारी है। इस साल ओलंपिक से पहले भारतीय महिलाओं ने अर्जेंटीना का दौरा किया था। भारत ने वहां 7 मैच खेले, उनमें से अर्जेंटीना की टीम के खिलाफ उसने दो मैच 2-2 और 1-1 से ड्रॉ कराएं।
इसके बाद अर्जेंटीना की बी टीम से मैच खेला। जिसमें उसे 1-2 और 2-3 से हार झेलनी पड़ी। तो अर्जेटीना की सीनियर टीम के खिलाफ उसने पहला मैच 1-1 से ड्रॉ खेला लेकिन अगले दो मैच 0-2 और 2-3 से हार गए।