नई दिल्ली। आज के दौर की बढ़ती महंगाई को देखते हुए हर कोई चाहता है कि वो जल्दी से अमीर बन जाए। ज्यादातर युवा जल्दी अमीर बनने की चाह में किसी भी काम को कर गुजरने से परहेज नहीं करते। फिर चाहे वो चोरी, डकैती, ठगी हो या फिर दिल्ली के बाजारो में जिगोला बनकर बिकना, जल्दी अमीर बनने की चाह ने हमारे देश के युवा को जुर्म के धन्धे में धकेल दिया है। ताजा मामला राजधानी दिल्ली से सामने आया है। जहां जल्दी अमीर बनने की चाह में दो युवकों ने अपनी अच्छी – खासी नौकरी छोड़कर ठग बन गए। इन दोनों युवकों ने दिल्ली के पश्चिम जिले में स्थित ऑनलाइन शोपिंग कंपनी अमेजन को 50 लाख रूपये का चुना लगा दिया। हलांकि की कंपनी की शिकायत पर दोनों में से एक युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दरअसल 21 वर्षिया शिवम चोपड़ा पहले अपने दोस्त सचिन जैन से प्री एक्टिवेटिड सिम खरिदता था। शिवम पहले अमेजन से समान खरीदता और उसके बाद खाली डिब्बा होने की झूठी शिकायत करके पैसे रिफंड करवा लेता था। इसी तरह उसने ठग करते हुए लगभग 50 लाख रुपये का कंपनी को चूना लगाया है। हालांकि पुलिस के पकड़ में अभी-तक शिवम तो नहीं आया है, लेकिन पुुलिस ने उसके दोस्त सचिन जैन को धर-दबोचा है।
पुलिस ने इस मामले के बारे बताया कि शिवम चोपड़ा होटल मैनेजमेंट कर नौकरी कर रहा था। लेकिन 2 महीने पहले उसके मन में जल्दी पैसा कमाने के लिए ठगी का आइडिया आया। इसके लिए उसने ऑनलाइन शोपिंग कंपनियों को ठगने का पैतरा अजमाया। शिवम ने इसके लिए अपने दोस्त सचिन से संपर्क किया और उससे शिवम ने एक्टिवेटिड सिम लेने के लिए बात की और उसे भी अपने ठगी के धन्दे में शामिल कर लिया। शिवम ने अमेजन से करीब 60 लाख के फोन खरीदे और खाली डिब्बा होने की शिकायत कर फोन का आधा रिफंड कंपनी से वापस मांगना शुरू कर दिया। बताते की शिवम ने रिफंड के लिए हमेशा अलग-अलग नंबरों का इस्तेमाल किया और पैसे रिफंड करवाने के लिए भी हर बार अलग-अलग बैंक अकाउंट का रिकोर्ड कंपनी को दिया।
पुलिस ने बताया कि कंपनी की तरफ से जिस फोन को ये ऑर्डर करता था उसे वो आधे दाम में ओएलएक्स जैसी ऑनलाइन कंपनियों में बेच देता था ,जिसके जरिए शिवम ने करीब 50 लाख रुपये कमाए थे। पुलिस ने बताया कि शिवम ने मोबाइल आर्डर करते वक़्त कभी भी अपना सही पता नहीं लिखा। यही नहीं उसने अलग-अलग आर्डर के लिए 48 अकाउंट में पैसा मंगवाया और इस वारदात को अंजाम देने में उसने 141 फोन नंबर्स का इस्तेमाल किया था।