यूपी के लखीमपुर खीरी में हुआ हिंसा को लेकर चंडीगढ़ में कांग्रेस नेता नवजोत सिद्धू भी कार्यकर्ताओं के साथ लखीमपुर खीरी की घटना की निंदा करते विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय के बाहर घेराव कर विरोध प्रदर्शन शुरू किया।
बता दें कि लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के बाद झांसी और ललितपुर में भी किसान और सपा नेता सड़क पर उतर आए। झांसी के इलाइट चौराहे पर सपा नेताओं ने प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने दर्जनों सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें पुलिस लाइन ले जाया गया। जहां सपाइयों और पुलिस के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई। इसके अलावा आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस लाइन में प्रदर्शन किया। वहीं कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी और महासचिव प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस नेताओं ने भी प्रदर्शन किया। उधर, ललितपुर में किसानों की मौत को लेकर घंटाघर पर सपा नेताओं ने प्रदर्शन किया। वहीं प्रदर्शन को लेकर पुलिस बल की तैनाती की गई।
साथ ही उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों पर हमले के बाद से किसानों का गुस्सा फूट पड़ा है। प्रदेश में किसान सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर चुके हैं। सयुंक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर पानीपत में भी किसानों ने लघु सचिवालय के बाहर धरना लगाकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सुरक्षा के लिहाज से लघु सचिवालय के एक गेट को बंद करके पुलिसबल तैनात कर दिया गया।
पानीपत के लघु सचिवालय की ये तस्वीरें जिलेभर के किसानों की हैं। किसान लघु सचिवालय के बाहर धरने पर बैठ गए। किसानों के प्रदर्शन की भनक लगते ही डीएसपी के नेतृत्व में भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया। इस दौरान किसानों ने शहीद हुए किसानों के लिए दो मिनट का मौन धारण कर श्रधांजलि दी। किसानों ने सरकार पर हत्या के आरोप लगाए। धरने में पानीपत के वकीलों ने भी समर्थन दिया।
वहीं हरियाणा के अभय सिंह चौटाला ने प्रेस कांफ्रेस कर यूपी कर लखीमपुर की घटना पर प्रतिक्रिया दी है । उन्होंने गृह राज्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है। साथ ही गृह राज्यमंत्री और उसके बेटे की गिरफ्तारी की मांग की है। अभय चौटाला ने मुख्यमंत्री खट्टर पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि सीएम खट्टर अराजकता फैलाने वाले बयान दे रहे हैं। ऐसे मुख्यमंत्री को इस्तीफ़ा दे देना चाहिए, और न दे तो महामहिम को हरियाणा सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए।