नई दिल्ली। देश के 14वें राष्ट्रपति के रुप में रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, प्रणब मुखर्जी और जस्टिस जे एस खेहर की मौजूदगी में शपथ लिया हैं। मंगलवार को रामनाथ कोविंद ने देश के 14वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जे एस खेहर ने उन्हें शपथ दिलाई इसके बाद सम्मान में उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन सहित सभी केन्द्रीय मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री उपस्थित रहें।
मौजूदा व्यवस्था के तहत राष्ट्रपति को डेढ़ लाख रुपए वेतन मिलता है सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों में राष्ट्र के फ्रथम नागरिक यानी देश के राष्ट्रपति के वेतन में 200 प्रतिशत की वृद्धि का प्रस्ताव किया गया है इस प्रस्ताव के तहत राष्ट्रपति का वेतन पांच लाख रुपए मासिक होने की संभावना है इससे पहले 2008 में राष्ट्रपति के वेतन में वृद्धि हुई थी और उनका वेतन 50 हजार से बढ़ाकर 1.5 लाख रुपए प्रतिमाह किया गया था।
राष्ट्रपति के वेतन में 200 फीसदी वृदि्धि का फैसला उस वक्त लिया गया जब इन सिफारिशों के लागू होने के बाद कैबिनेट सेक्रेटरी का वेतन राष्ट्रपति से भी ज्यादा हो गया नई व्यवस्था के तहत केवल राष्ट्रपति ही नहीं बल्कि उपराष्ट्रपति और राज्यपालों की सैलरी बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव मंजूर किया हैं। मौजूदा समय में उपराष्ट्रपति की सैलरी 1.25 लाख रुपए है जो कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के लागू होने के बाद 3.5 लाख रुपए मासिक हो जाएगी नई व्यवस्था का लाभ पूर्व राष्ट्रपतियों को भी मिलेगा यानी की पूर्व राष्ट्रपतियों को पेंशन के रुप में 1.5 लाख रुपए मिलेंगे अभी तक इन्हें 75 हजार रुपए मासिक पेंशन मिलती है।