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साल 2021 देते जा रहा है हमें जीवन के 5 बड़े सबक

Lifestyle: अगर इन 7 आदतों को अपना लिया तो बदल जाएगी जिंदगी

कोरोना महामारी की वजह से 2021 अधिकतर लोगों के लिए काफी दुखद रहा है। लेकिन ये दुखद पल हमें और आपको जीवन की कई बड़ी सीख और सबक देते जा रहे है। की आखिरी जीवन में सबसे जरूरी क्या है पैसा, परिवार या और कुछ।

स्वस्थ शरीर

एक बात जो हमेशा बड़े बुजुर्गों के मुंह से सुनाई देती है। जिसको आप और हम नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन आज के समय में सबसे महत्वपूर्ण वही है यानी स्वास्थ्य। कहा जाता है स्वस्थ से बड़ा कोई धन नहीं। और कोरोना काल में यह बात सही साबित हुई है क्योंकि जो व्यक्ति स्वस्थ है आज वही जीवित है। लोग बिजी शेड्यूल के कारण एक्सरसाइज करना, फिट रहना भूलते ही जा रहे थे। लेकिन कोरोना की वजह से एक बार फिर लोग योग, एक्सरसाइज और अपने लाइफस्टाइल पर काफी ध्यान देने लगे। लोगों को सेहतमंद होना और शारीरिक रूप से मजबूत होने की कीमत समझ में आ रही है।

जरूरत से ज्यादा किसी पर न करें विश्वास 

अक्सर सुनने को मिलता है कि ‘जरूरत के वक्त कोई काम नहीं आता’ यह बात हमें 2021 सिखाते जा रहा है। कि सबसे ज्यादा भरोसा खुद पर करें। किसी और पर अत्यधिक विश्वास आपको मुंह की खाने में मजबूर कर सकता है। क्योंकि इस समय कोरोना की वजह से अधिकतर लोगों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। ऐसे में जब हमें दूसरों की जरूरत पड़ी तो वहां से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। 

पैसों से ज्यादा अपने है जरूरी

कोरोना महामारी से पहले लोग अपने कामकाज, रोजगार में इतना व्यस्त हो गए थे कि वह अपने फेसबुक फ्रेंड से तो बात कर लेते थे लेकिन आसपास के लोगों के लिए उनके पास बिल्कुल भी वक्त नहीं था। लेकिन कोरोना महामारी ने लोगों की आंखों पर बंधी पट्टी को खोलने का काम किया है। आर्थिक रूप से मजबूत होना जरूरी है। लेकिन ऐसे पैसों का क्या महत्व जब आपके साथ आपका परिवार ही ना हो। कोरोना के कारण कई लोग अपने माता-पिता, जीवनसाथी, बच्चों को खो चुके हैं। पैसे होने के बावजूद भी वह अपने प्रिय जनों की जान को बचाने में नाकाम रहे। लेकिन वहीं कई लोग जिनके पास अत्यधिक पैसा नहीं था लेकिन उनकी संबंध दूसरों से काफी बेहतर है। जिन्होंने उनकी मौके पर मदद की और उनके परिवार दोस्त को बचाने में मदद की।  

हर चमकदार चीज सोना नहीं होती

यह कहावत भी एकदम सही साबित हुई है इस दौरान क्योंकि जहां लोग work-from-home को एक वरदान समझ रहे थे। वह असल में क्या है इस वक्त समझ में आ रहा है यह सबसे बड़ी परेशानी महिलाओं के लिए लेकर आया क्योंकि महिलाएं पहले ऑफिस में जाकर तक उनसे अपना ऑफिस का कार्य निपटा सकती थी लेकिन अब work-from-home की वजह से उनके ऑफिस का काम घर के काम के साथ बोझ बनता जा रहा है। जिसे एक साथ संतुलित करना काफी मुश्किल का काम हो गया है।

आज को जीना सीखें

 बेहतर भविष्य का पहला स्टेप प्लानिंग है। अगर आप कोई काम बिना प्लानिंग के करेंगे तो वह कभी सफल नहीं होगा ऐसी बातें आपने और हमने कई बार सुनी है। लेकिन असल जिंदगी से इसका कितना ताल्लुक है यह बात हमें कोरोना काल में समझ में आई। अक्सर हम कल की चिंता में आज को बर्बाद कर देते हैं। जिसके कारण ना तो हम कल को जी पाते हैं और ना ही अपने आज को। वैसे हमें नहीं पता कि कल क्या होगा। ऐसे में अपने कल के चक्कर में आज आज को बेकार नहीं करना चाहिए। ऐसे में हमें आज को जीना सीखना चाहिए। 

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