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चांद पर लोहे की चट्टानों को देखकर उड़े वैज्ञानिकों के होश कहां से आया इतना लोहा?

moon 1 चांद पर लोहे की चट्टानों को देखकर उड़े वैज्ञानिकों के होश कहां से आया इतना लोहा?

चांद पर दुनिया भर की कई सारी एजेंसी खोज में लगी हुई हैं। और आये दिन चौंकाने वाले खुलासे भी करती रहती हैं। ऐसा ही एक खुलासा चांद को लेकर हुआ है। जिसे जानकर आपको अपनी आंखों और कानों पर भरोसा नहीं होगा। वैज्ञानिकों को चांद पर लोहा मिला है। वो भी पृथ्वी से ज्यादा। चांद के गड्ढों में बर्फ ढूंढ रहे वैज्ञानिक उस वक्त हैरान रह गए जब उन्हें वहां बर्फ से ज्यादा कुछ और मिला, जिससे न सिर्फ रहस्य का खुलासा होगा कि चांद कैसे बना बल्कि चांद और पृथ्वी के बीच कनेक्शन के तार भी सुलझेंगे।

moon 2 चांद पर लोहे की चट्टानों को देखकर उड़े वैज्ञानिकों के होश कहां से आया इतना लोहा?
चांद की सतह पर मेटल्स यानी धातुओं की मौजूदगी है, यह तो वैज्ञानिकों को पता था लेकिन नासा के लूनर रिकॉनसेंस ऑर्बिटेर स्पेसक्राफ्ट के मिनियेचर रेडियो फ्रीक्वेंसी इंस्ट्रूमेंट ने पाया है कि इनकी मात्रा हमारे अंदाजे से कहीं ज्यादा है। और वहां लोहे और टाइटेनियम का भंडार है।
लॉस ऐंजिलिस की यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न कैलिफोर्निया से एक्सपेरिमेंट के को-इन्वेस्टिगेटर एसम हेगी का कहना है कि इस बारे में पहले कभी अंदाजा ही नहीं लगाया गया कि यह प्रॉपर्टी कभी मिल भी सकती है।

चांद के बनने को लेकर एक नई संभावना की ओर वैज्ञानिकों का ध्यान गया है। चांद पर विशाल गड्ढे छोड़ने वाले उल्कापिंड उसकी गहराई में जाते हैं। इसलिए टीम का अंदाजा है कि बड़े आकार के गड्डों में इस खास प्रॉपर्टी की वजह यह है कि जब उल्कापिंड इन गड्डों की गहराई में जाते हैं तो चांद की अंदरूनी सतह से लोहे और टाइटेनियम ऑक्साइड जैसे मेटल बाहर निकल आते हैं।

जो आमतौर पर सतह के काफी नीचे रहते हैं और उनकी मौजूदगी के बारे में पता नहीं चलता है। जितनी ज्यादा इन मेटल्स की मात्रा होती है, डाइइलेक्ट्रिक प्रॉपर्टी भी उतनी ही ज्यादा होती है। अगर यह थिअरी सही है तो इसका मतलब होगा कि चांद की सतह के कुछ सौ मीटर तक लोहे और टाइटेनियम ऑक्साइड की कमी है लेकिन उसके नीचे इनका भंडार।

https://www.bharatkhabar.com/rajnath-singh-will-take-stock-of-ladakh-border-friday/
जब से चांद पर लोहे के मिलने का खुलासा हुआ है। तब से वैज्ञानिक इसकी खोज में जुट गये हैं। इसके पीछे के सही कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।

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