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उल्का पिंडों की बारिश में डूब गई धरती, क्या आपने देखा ये खूबसूरत नजारा..

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उल्का पिंडों को लेकर आम हो या खास सभी जानना चाहते हैं। यही कारण है कि, आसमान में घटने वाली इन घटनाओं ने सभी को अपनी तरफ आकर्षित कर लिया है। इसके पीछे दो कारण है। पहला इन उल्का पिडों का बेशकिमती होना तो दूसरा खतरनाक होना। यही कारण है कि, वैज्ञानिक इनकी गतिविधियों को देखते रहते हैं।

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इसलिए वैज्ञानिकों इन महीनें होने वाली उल्का पिंडो पर नजर बनाई हुई है। और वो इस खूबसूरत मौके को हाथ से नहीं जानें देना चाहते हैं।
अपनी धुरी पर घूमती पृथ्वी ब्रह्मांडीय मलबे और धूल के बीच से हो कर गुज़रेगी और इस दौरान आसमान रोशनी से जगमगा उठेगा। आसमान में उल्का पिंडों की बौछार, यानी शूटिंग स्टार की शानदार प्रदर्शन देखने का ये अहम मौक़ा होगा और अगर आपकी किस्मत ने साथ दिया तो आपको फायर-बॉल भी दिखेगा।स्विफ्ट-टर्टल नाम का धूमकेतु पृथ्वी की तरह सूरज के चारों तरफ चक्कर काटता है, लेकिन ये चक्कर काटते वक़्त एक ख़ास तरह का एंगल बनाता है।

लंदन के ग्रीनविच में मौजूद रॉयल म्यूज़ियम से जुड़े खगोल विज्ञानी एडवर्ड ब्लूमर कहते हैं। “हर साल सूरज के चारों तरफ घूमती हुई पृथ्वी इस धूमकेतु की कक्षा से हो कर जाती है और इस दौरान वो इसके मलबे और धूल की गवाह बनती है।”बर्फ के टुकड़ों, धूल, चावल के दाने के जितने पत्थर के टुकड़ों से भरा ये ब्रह्मांडीय मलबा पृथ्वी के वायुमंडल की ऊपरी परत में प्रवेश करते हैं. ब्लूमर कहते हैं, “वायुमंडल में प्रवेश करते ही ये टुकड़े घर्षण के कारण जलने लगते हैं, भले ही कुछ सेकंड के लिए. ये नज़ारा अद्भुत होता है।”वो कहते हैं, “परसिड्स उल्का पिंड का बौछार इसलिए ख़ास है क्योंकि ये तय समय पर होता है। जुलाई के आख़िर से ही ये दिखने लगता है और अगस्त में मध्य में अपने पीक पर पहुंचता है।”

आप इसे बिना किसी ख़ास चश्मे के आंखों से देख सकते हैं और आप लगातार कई दिनों तक रात के आकाश में इसका मज़ा ले सकते हैं।
ब्लूमर कहते हैं कि कभी-कभी धूमकेतु का कोई बड़ा हिस्सा भी आपको दिख सकता है और “अगर आप लकी हुए तो आपको फायर बॉल भी दिख सकता है।”परसिड्स प्राकृति की आतिशबाज़ी की तरह है। और ये आतिशबाज़ी अपने आप में शानदार होती है और कभी-कभी घंटे भर में आपको सौ तक उल्का पिंड दिखते हैं।ये उल्का पिंड 215,000 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से धरती के वायुमंडल में प्रवेश करते हैं लेकिन फिर भी ये धरतीवासियों के लिए किसी तरह का ख़तरा नहीं हैं।

https://www.bharatkhabar.com/operation-all-out-in-baramula-by-indian-army/
इसलिए आप रात के वक्त इस खूबसूरत नजारें को देख सकते हैं। इस खूबसरत नजारे को आप अगस्ते के पूरे महीनें देख सकते हैं।

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