बिजनौर, संवाददाता। लाख कोशिशों के बाद भी यूपी में बदमाशों का हौसले पस्त होते नहीं दिख रहे हैं। बलात्कार, हत्या और लूट के कहर से तड़पड़ा रहे यूपी में अब बदमाशों को न्यायालय का भी डर नहीं रहा। बिजनौर में बदमाशों ने कोर्ट कार्यवाही के दौरान दर्जनों राउण्ड फायरिंग की, इससे हड़कम्प मच गया और आनन-फानन में भारी पुलिस बल बुला लिया गया। चीफ जुडिशल मैजिस्ट्रेट (सीजेएम) कोर्ट में फायरिंग से परिसर में दहशत का माहौल फल गया।
आपको बता दें कि बिजनौर के बसपा सांसद अहसान अहमद और उनके भांजे के हत्यारे शाहनवाज के मामले में सीजेएम कोर्ट में सुनवाई चल रही थी… इसी दौरान अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट से कोर्ट रूम गूंज उठा। लोग जैसे-तैसे अपनी जान बचाकर भागने लगे। बदमाशों ने आरोपी शाहनवाज को कोर्ट के अंदर गोलियों से छलनी कर दिया। कोर्ट के अंदर ताबड़तोड़ 25 से 26 राउंड गोलियां चलाई गईं। इसके बाद पुलिस बल को बुलाया।
बताया जा रहा है कि दुस्साहसिक वारदात के दौरान जज के सामने ही दरवाजा बंद करके पेशी पर आए आरोपी शाहनवाज की हत्या को अंजाम दिया गया। बता दें कि शाहनवाज की गिनती मऊ से बाहुबली बीएसपी विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी के तौर पर भी होती थी। कोर्ट के मोहर्रिर भी इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सीजेएम कोर्ट में वारदात की जानकारी मिलने के बाद पुलिस अमले में हड़कंप मच गया। मौके पर भारी पुलिस बल को भेजा गया। इसके साथ ही एसपी भी वहां पहुंच गए।
बिजनौर में वर्ष 2019 की 28 मई को बसपा नेता हाजी एहसान और उनके भांजे शादाब की उनके दफ्तर में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बाइक पर सवार तीन युवक हाथ में मिठाई का डिब्बे में हथियार लेकर आए थे। वारदात से पहले युवकों ने अंदर जाकर पूछा था कि हाजी एहसान कौन हैं और डिब्बे में से पिस्टल निकालकर दोनों पर गोलियां बरसा दी थीं। अहसान प्रॉपर्टी डीलर का भी काम करते थे।