नई दिल्ली। जुलाई के दूसरे हफ्ते में भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरीडोर को लेकर बातचीत हो सकती है। भारत ने पाकिस्तान सरकार के सामने इस मसले पर बातचीत के लिए नई तारीखों की पेशकश की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया है कि यह वार्ता जुलाई के दूसरे हफ्ते में हो सकती है। भारत वीजा के अलावा लंबे समय से लंबित पड़े कुछ दूसरे मसलों पर भी चर्चा कर सकता है।
गौरतलब है कि हाल ही में पाक ने कॉरीडोर को लेकर भारत के प्रस्तावों को मानने से इनकार कर दिया था। पाक ने कुछ नियम और शर्तें भी लगाई थीं। इससे पहले दोनों देशों के बीच पहले दौर की बातचीत इसी साल 14 मार्च को अटारी-वाघा सीमा पर हुई थी। दो अप्रैल को दूसरे दौर की बातचीत होने वाली थी, लेकिन पाकिस्तान सरकार की ओर से कॉरीडोर से जुड़ी एक समिति में खालिस्तान समर्थक नेता गोपाल सिंह चावला की नियुक्ति के बाद वार्ता नहीं हो सकी।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक भारत सरकार ने सभी विवादों को सुलझाने के साथ जल्दी कॉरीडोर निर्माण को लेकर पाकिस्तान के सामने 11 से 14 जुलाई की तारीखों की पेशकश की है। पाक मीडिया की मानें तो पाकिस्तान ने कॉरिडोर को लेकर 50 फीसदी से ज्यादा काम पूरा कर लिया है। भारत सरकार की इस प्रोजेक्ट को 30 सितंबर तक पूरा करने की योजना है।
समझौते के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से तय समय के अनुसार काम नहीं किया जा रहा। वह इस प्रोजेक्ट को लटकाने की कोशिश कर रहा है। पाक सरकार वीजा के नाम पर श्रद्धालुओं से मोटी फीस वसूलने की तैयारी कर रहा है। वह हर श्रद्धालु से 20 डॉलर यानी करीब डेढ़ हजार रुपए वसूल सकता है। भारत ने इसका विरोध करते हुए कहा है कि ऐसी धार्मिक यात्रा के दौरान कोई भी फीस नहीं वसूल की जानी चाहिए। पाक की ओर से रखी गई शर्तों में दर्शन के लिए पासपोर्ट होना भी जरूरी बताया गया है।