नई दिल्ली। साल 2017 में गौ हत्या के नाम पर बहुत बवाल मचा। एक तरफ जहां हिंदुओं में गाय का मां माना जाता है।हिंदू धर्म में गाय का महत्व इसलिए नहीं है क्योंकि भारत प्राचीन काल से एक कृषि प्रधान […]
नई दिल्ली। साल 2017 में गौ हत्या के नाम पर बहुत बवाल मचा। एक तरफ जहां हिंदुओं में गाय का मां माना जाता है।हिंदू धर्म में गाय का महत्व इसलिए नहीं है क्योंकि भारत प्राचीन काल से एक कृषि प्रधान […]
देश में गौरक्षा को लेकर हिसां बढती ही जा रही है और इसी हिंसा को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार 16 राज्यों में काऊ सेंक्चुअरी बनने के प्रस्तावपर विचार कर रही है।
हत्या को लेकर देश में इन दिनों गर्मा गर्मी का माहौल बना हुआ है। कई राजनीतिक पार्टियां इस पर अपनी रोटियां सेकने में लगी हुई है। इस बीच श्री श्री रविशंकर ने संबंधित मुद्दे पर अपना बयान दिया है। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि किसी को कुछ भी खाना है तो वह खा सरता है लेकिन
भारत में रह रही मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक के खिलाफ आवाज उठाते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। गुरूवार को सुप्रीम कोर्ट की 55 जजों की संवैधानिक बेंच इस मामले पर सुनवाई करके अपना फैसला सुना सकती है। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने तमाम पक्षकारों की राय 11 मई तक रखने के लिए कहा था ताकि हर मामले पर सुनवाई कर सकें और समस्याओं का हल निकाला जा सकें।
गौहत्या को लेकर चल रहे बवाल पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार का ऐसा बयान सामने आया है जिसने मामले को और भड़का दिया है। शरद पवार ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर निशाना साधते हुए कहा है कि पूरे देश में गौहत्या पर प्रतिबंध लगाना सही नहीं है।
भारत के राजनीतिक गलियारों और आम धरातल पर इन दिनों तीन तलाक के मुद्दे पर लगातार बातचीत हो रही है। एक तरफ मुस्लिम महिलाओं के हित की बात हो रही हैं तो दूसरी तरफ योगी के अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई किए
योगी के यूपी में अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई किए जाने के बाद पूरे देश में अवैध बूचड़खाने पर बैन लगाने की मांग तेज हो रही है। जयपुर, बिहार समेत कई राज्यों में सरकार एक्शन में आ गई है
उत्तर प्रदेश में अवैध बूचड़खानों पर ताले लगने के बाद देश के कई राज्यों में बूचड़खानों पर ताले लगाए जा रहे हैं ताकि गौ हत्या को रोका जा सकें। गुजरात विधानसभा के बजट सत्र के आखरी दिन गौ हत्या